सिसवन. सिसवन पंचायत के गंगपुर गांव निवासी प्रवासी मजदूर मोहन लाल पंडित का शव 23 दिन बाद गुरुवार दोपहर इजरायल से गांव पहुंचा. शव आते ही ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी और माहौल गमगीन हो गया. पत्नी मालती देवी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था. महिलाएं आपस में कहती रहीं कि परदेश कमाने गये लोग लौटते नहीं, ताबूत में उनका शव आता है. बताया गया कि मोहन लाल पंडित सात माह पूर्व परिवार के भरण-पोषण के लिए इजरायल गये थे, जहां 30 अप्रैल को काम के दौरान हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गयी थी. शव समय पर न भेजे जाने से परिजन परेशान रहे. मृतक अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां छोड़ गये हैं. घटना की जानकारी मिलते ही सरपंच प्रतिनिधि रमेश प्रसाद और सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू यादव ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया.
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