प्रतिनिधि,महराजगंज. नगर पंचायत महाराजगंज की मुख्य सड़कों पर 15 प्याऊ निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के साथ ही लोगों में बेहतर पेयजल सुविधा की उम्मीद जगी है.दूसरी तरफ इसके साथ ही निर्माण को लेकर तय किये गये बजट पर लोग सवाल भी उठाने लगे हैं.शिकायतकर्ताओं का कहना है कि तय सरकारी दर से तीन गुना से अधिक का सभी उपकरणों की कीमत तय की गयी है.जिसकी शिकायत डीएम व एसडीओ महराजगंज तक पहुंचने के बाद अब योजना पूर्ण होने के पहले ही जांच के घेरे में आ गयी है. नगर में सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल के लिहाज से प्याऊ निर्माण की मांग लंबे समय से उठती रही है.इसी क्रम में वर्ष के शुरूआत से ही पहल शुरू हुई.साथ ही मई में कार्ययोजना तैयार होने के बाद जून के प्रथम सप्ताह कार्यादेश जारी कर दिया गया.जिसकी जेम पोर्टल पर बिड प्रकाशित किया गया था.इस बीच तय बजट को लेकर सवाल उठने से कार्य प्रभावित होने के आसार नजर आ रहे हैं. इन स्थानों पर होना है प्याऊ का निर्माण नगर क्षेत्र में कुल पंद्रह स्थानों पर प्याऊ का निर्माण किया जाना है.जिसके लिए नगर क्षेत्र के प्रमुख स्थानों को चिह्नित किया गया है.जिसमें पकवा इनार, राजेंद्र चौक, निबंधन कार्यालय,मौनिया बाबा स्थान, कंकारिन माता मंदिर, शहीद स्मारक, अनुमंडल कार्यालय, रामजानकी मठिया, सती माता मंदिर, पुरानी मस्जिद, जरती माता मंदिर,इंदौली काली माता मंदिर, ब्लाक कार्यालय परिसर, नगर पंचायत कार्यालय परिसर व रामापाली रेलवे ढाला काली माता मंदिर शामिल है.इनमें से कई स्थानों पर प्याऊ का निर्माण कार्य शुरू हो गया है.जिसे पूर्ण करने का अगले तीन माह तक लक्ष्य तय किया गया है. तय बजट में सरकारी निर्देशों के उल्लंघन की शिकायत प्याऊ निर्माण के लिये निविदा के बजाय जेम पोर्टल पर बिड आमंत्रित किया गया.शिकायतकर्ता प्रफुल्ल रंजन कहते हैं कि योजना की लागत सरकार द्वारा निर्धारित दर सूची(एसओआर) तथा बाजार मूल्य से तीन गुना अधिक है. 11 लाख 45 हजार 101 रुपये प्रत्येक प्याऊ का बजट तय है. विभागीय अपर निदेशक द्वारा इसी वर्ष एसओआर के मुताबिक एक प्याऊ की लागत 2 लाख 8 हजार 610 तय करते हुए नगर निकायों को निदेशित किया गया था.महाराजगंज नगर पंचायत के स्टीमेट के मुताबिक प्याऊ में अतिरिक्त रूप से वाटर कुलर को शामिल किया गया है.इस धनराशि को भी अगर जोड़ दिया जाय तो तीन लाख से अधिक नहीं होगी. शिकायत के बाद तीन सदस्यीय जांच टीम गठित प्याऊ निर्माण में सरकारी धन के बंदरबांट की शिकायत डीएम डा.आदित्य प्रकाश व महाराजगंंज की एसडीओ संगीता सिन्हा तक पहुंचने के बाद अब जांच की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.जिसके तहत एसडीओ ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है. जिसमें अनुमंडल स्तरीय कृषि पदाधिकारी, समाज कल्याण पदाधिकारी के अलावा पीएचइडी के कनीय अभियंता को शामिल किया गया है.एसडीओ ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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