प्रतिनिधि, सीवान. भीषण गरमी की संभावना के बीच प्रशासन ने उससे बचाव की तैयारियां शुरू कर दी है. मंगलवार को डीएम की अध्यक्षता में इसको लेकर हुई बैठक के बाद जिला नगर परिषद सीवान ने तैयारियां शुरू कर दी है. नगर परिषद शहर के डेढ़ दर्जन प्रमुख जगहों पर प्याऊ की व्यवस्था करने जा रहा है. ताकि शहर आने वाले लोगों को गरमी में पेयजल के लिए परेशानी नहीं उठानी पड़े. नगर परिषद प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिन स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था की जानी है, उसमें जेपी चौक, गोपालगंज मोड़, तरवारा मोड़, सुदर्शन चौक, कचहरी दुर्गा मंदिर के समीप, महादेवा, बड़हिरया स्टैंड, पकड़ी मोड़, स्टेशन, डीएवी मोड़, शांति बट वृक्ष, थाना रोड, ललित बस स्टेंड व सदर अस्पताल गेट सहित अन्य प्रमुख चौक चौराहा शामिल है. पानी के साथ ही गुड़ की व्यवस्था पर नगर परिषद प्रशासन विचार कर रहा है. प्रतिदिन तकरीबन एक लाख लोग आते हैं शहर- आंकड़ों पर गौर करें तो सीवान शहर में प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोग विभिन्न कामों के लिए शहर आते हैं. जबकि तकरीबन ढ़ाई लाख से अधिक लोग शहरी क्षेत्र में निवास करते हैं. ऐसे में इतने लोगों का प्रतिदिन शहर पर दबाव बढने से गरमी में पानी की व्यवस्था जरूरी हो जाती है. प्याऊ स्टॉल पर होगी कर्मी की तैनाती- नगर परिषद प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार जितने स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था होगी, वहां देखरेख के लिए कर्मियों की भी व्यवस्था की जायेगी. पानी खत्म होने पर कर्मी संपर्क कर पानी की व्यवस्था करेंगे. बोली सभापति नगर परिषद भीषण शहरी क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से अधिक स्थानों को प्याऊ स्थापित करने के लिए चिन्हित किया है. इन स्थानों पर जल्द ही पानी की व्यवस्था की जायेगी, ताकि शहरी आने वाले लोगों को काई परेशानी नहीं हो सके. सेंपी गुप्ता, सभापति, नप सीवान 252 चापाकलों को पीएचइडी करा चुका है मरम्मत सीवान. गरमी का मौसम शुरू होने के पूर्व ही पीएचइडी सरकारी चापाकलों की मरम्मति की दिशा में कदम उठा चुका है. विभाग के कार्यपालक अभियंता सुभाष चंद्र सिन्हा ने बताया कि इसके लिए टीमें गठित कर दी गयी हैं. प्राप्त शिकायतों की आलोक में टीम पहुंचकर चापाकल की मरम्मति का कार्य कर रही है. उन्होंने बताया कि अबतक 252 चापाकलों की सफलता पूर्वक मरम्मति की जा चुका है. जिला में सरकारी चापाकलों की संख्या 41100 सौ है. साथ ही कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जिले वासियों को वाटर लेवल के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि सीवान में वाटर लेबल को कोई इश्यू नहीं है. जिले का औसत वाटर लेबल 12 फुट 9 इंच है. नलजल की हो रही मरम्मत जिले में लगे नलजल योजना की मरम्मति का कार्य चल रहा है. तीन प्रखंड को छोड़कर सभी प्रखंडों में कनीय अभियंता की नियुक्ति कर दी गयी है. जिन स्थानों पर बिजली की व्यवस्था नहीं है, वहीं बिजली से समन्वय स्थापित कर तार -पोल की व्यवस्था करायी जा रही है. ताकि इस योजना का संचालन अच्छे ढंग से हो सके.
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