सीवान. शहर में मकान और दुकानों की सुरक्षा को लेकर लोगों में भारी चिंता का माहौल है. औसतन हर तीसरे दिन शहर में चोरी की घटनाएं हो रही हैं, जिससे आम लोग अपनी मेहनत की कमाई बड़े नुकसान में खो रहे हैं. इन घटनाओं के पीछे गिरोह का हाथ है या अन्य कारण, इसकी जांच में पुलिस अभी तक नाकाम साबित हो रही है. चोरों के हौसले इतने बुलंद हो गये हैं कि वे पिछले एक महीने में दर्जनों स्थानों पर चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. वे न केवल घरों बल्कि शहर की दुकानों को भी निशाना बना रहे हैं और पुलिस प्रशासन के नाम से भी वे भयभीत नहीं हैं. 18 मई की रात रामनगर वार्ड नंबर 25 में पूर्व प्रधानाध्यापक लालबाबू यादव के घर की खिड़की तोड़कर चोरों ने 70 हजार रुपये नकद, करीब 25 से 26 लाख की जेवरात और महिलाओं के बहुमूल्य कपड़े चोरी कर लिये. उसी रात अड्डा नंबर एक महिला थाना के सामने सीएसपी से ताला तोड़कर दस हजार रुपये नकद और लैपटॉप चोरी हो गया. साथ ही डीएवी उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज के प्राचार्य कक्ष से भी अलमारी तोड़कर कागजात और सामान की चोरी हो गयी. चोरी की बढ़ती घटनाओं से शहरवासियों में दहशत फैल गयी है और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. जनता प्रशासन से शीघ्र प्रभावी कार्रवाई की मांग कर रही है. सीसीटीवी फुटेज के बाद भी नही हुई पहचान: बताते चलें कि आये दिन हो रही चोरी की घटनाओं के बाद चोरों का फुटेज सामने आता हैं, जहां पुलिस फुटेज अपने साथ लेकर चली जाती हैं कि इसी आधार पर पहचान कर चोरों की गिरफ्तारी होगी. इसके बावजूद चोरों की पहचान नहीं हो पाती है. इसके कारण चोर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं.
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