प्रतिनिधि. गुठनी.कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुथूट माइक्रो फाइनेंस कंपनी के रिकवरी कर्मियों के प्रताड़ना से मिश्रौली गांव निवासी सुशीला देवी के पंखे से लटकर जान देने का आरोप लगाते हुए प्रतिरोध मार्च निकाला. इससे पूर्व कांग्रेस भवन, तेनुआ मोड़ से शुरू हुआ प्रतिरोध मार्च नारों के बीच गुठनी थाने के समीप आकर जनसभा में तब्दील हो गया. प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को मुआवजा और माइक्रो फाइनेंस कंपनियों पर कार्रवाई की मांग की. कार्यकर्ताओं ने सुशीला देवी को न्याय दो, हत्यारों को सजा दो, माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की लूट बंद करो “, 25 लाख मुआवजा दो नारों के साथ प्रतिरोध मार्च निकालते हुए गुठनी थाने पहुंचे. थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार के द्वारा प्रतिनिधिमंडल को बुलाने में देरी होने पर कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर घंटों नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन जारी रखा. इसके बाद कांग्रेस के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार से मुलाकात कर जिलाधिकारी के नाम संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुशील कुमार, पूर्व जिलाध्यक्ष विधु शेखर पाण्डेय, अशोक सिंह, जवाहर राम, इंदु देवी, डॉ रुदल बागी और केशव तिवारी मौजूद थे.जिसमें हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल के जरिए सजा दिलाने, परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने, मुथूट माइक्रो फाइनेंस जैसी कंपनियों की जांच और उन पर कार्रवाई करने तथा आरोपियों के जल्द गिरफ्तारी की मांग की. थानाध्यक्ष धर्मेद्र कुमार ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी. अन्य मांगों को जिलाधिकारी तक पहुंचाने का भरोसा भी दिलाया.
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