सीवान : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मंगलवार को एक बार फिर पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन के समर्थकों ने सड़क पर उतर कर अपना विरोध जताया. जिले के प्रखंड कार्यालयों पर धरना देकर समर्थकों ने कहा कि हाइकोर्ट से जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साजिश के तहत फर्जी शपथ पत्र देकर राजद नेता मो.शहाबुद्दीन का जमानत निरस्त कराया. जिसका समय आने पर हम मुकम्मल जवाब देंगे. सदर प्रखंड कार्यालय परिसर में धरना को संबोधित करते हुए राजद के ब्लाक अध्यक्ष परवेज आलम ने कहा कि ग्यारह वर्ष तक जेल में रहने के बाद भी मो. शहाबुद्दीन के जनाधार में कोई कमी न आने से नीतीश कुमार व भाजपा दोनो परेशान दिखी. भाजपा नेता सुशील मोदी के कहने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गलत हलफनामा दायर कर सर्वोच्च न्यायालय से जमानत निरस्त कराया.
राजद कार्यकर्ताओं ने वर्तमान सरकार पर जमकर आग उगला. हालांकि महागंठबंधन में राजद भी सरकार में शामिल है. सीवान के सदर प्रखंड कार्यालय पर धरना पर राजद के प्रखंड अध्यक्ष परवेज आलम बैठे थे. परवेज आलम ने खुलेआम कहा कि उन्हें सरकार से कोई फर्क नहीं पड़ता, यहां के सबकुछ मोहम्मद शहाबुद्दीन ही हैं. अगर वह नहीं रहेंगे तो हम भी नहीं रहेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इतना ही नहीं वहा जमा हुए राजद नेताओं ने यह भी कहा कि अगर राजद सुप्रीमों यानि लालू प्रसाद यादव दो चार दिनों में उनकी बात नहीं सुनते हैं. वह शहाबुद्दीन की रिहाई के लिये कुछ नहीं करते हैं तो वे लोग लालू प्रसाद के खिलाफ बगावत भी करेंगे. राजद कार्यकर्ताओं ने शहाबुद्दीन की रिहाई के लिये भूख हड़ताल और चक्का जाम के साथ जेल भरो आंदोलन करने की भी चेतावनी दी.

