सीतामढ़ी. बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित है. कैंसर के विभिन्न रूप है. विभिन्न राज्यों में कैंसर के अलग-अलग रूपों के मरीजों की संख्या अधिक है. कैंसर के विभिन्न रूपों में गर्भाशय कैंसर भी शामिल है. राज्य स्वास्थ्य समिति ने गर्भाशय कैंसर के बढ़ रहे मरीजों की संख्या पर चिंता व्यक्त की है. समिति द्वारा सीतामढ़ी समेत 35 सदर अस्पतालों में गर्भाशय कैंसर के लक्षणों की जांच के लिए अत्याधुनिक मशीन स्थापित कराने का निर्णय लिया गया है.
— गर्भाशय कैंसर गंभीर बीमारी : समिति
राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी सिविल सर्जन को भेजे पत्र में कहा है कि सर्वाइकल कैंसर गंभीर बीमारी है. दुनिया में होने वाले हर पांच गर्भाशय कैंसर के मरीजों में से एक भारत में है और इसके मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में यह कैंसर मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है. कैंसर से होने वाली मृत्यु के मामले में देश के राज्यों में बिहार चौथे स्थान पर है. समिति ने कहा है कि गर्भाशय कैंसर रोग की जांच को कोल्पोस्कोप मशीन का प्रयोग किया जाता है. इसको लेकर सदर अस्पतालों में उक्त मशीन की आपूर्ति एवं अधिष्ठापन का निर्णय लिया गया है. इस आशय का पत्र समिति के कार्यपालक निदेशक सहर्ष भगत ने सभी सिविल सर्जन को भेजा है. उक्त मशीन की आपूर्ति का जिम्मा बीएमएसआईसी एल को दिया गया है.
— इन सदर अस्पतालों में होनी है आपूर्ति
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

