प्रताड़ना से बिगड़ा विवाहिता का मानसिक संतुलन, भरती
सीतामढ़ी : सरकार द्वारा लाख प्रयास के बाद भी जिले में दहेज प्रताड़ना का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक ओर जहां बेटों के मुकाबले बेटियों की संख्या में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है.
वहीं दूसरी ओर दहेज के लिए आये दिन किसी न किसी विवाहिता को दहेज की लालच में प्रताडि़त कर घर से निकालने ,जला कर, गला दबा कर या पीट-पीट कर मार डालने का मामला प्रकाश में आता रहता है. कई विवाहिता ससुराल वालों द्वारा दिये गये शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के कारण अपना मानसिक संतुलन खो बैठती है.
ऐसा ही एक नया मामला प्रकाश में आया है. बथनाहा थाना क्षेत्र के महुआवा गांव निवासी एक ससुराल वालों ने शादी के बाद पत्नी को दिल्ली ले गया. दो-तीन माह ठीक से रखने के बाद पिता से लाखों रूपये मांग कर लाने का दबाव दे कर एक साल तक शारीरिक व मानसिक रूप से इतना प्रताडि़त किया कि विवाहिता अपना मानसिक संतुलन खो बैठी. पीडि़ता करीब 20 वर्षीय प्रतिभा कुमारी को उसके पिता रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के हरसिंहपुर गांव निवासी ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया है.
उसने नगर थाना पुलिस को बताया कि गत वर्ष 11 मई को उसकी शादी सामर्थ्य के अनुसार खर्च कर बथनाहा थाना क्षेत्र के महुआवा गांव निवासी सोमनाथ राउत के साथ हुई थी. शादी के बाद उसके पति उसे दिल्ली ले गये. दो-तीन माह ठीक से रखने के बाद दिल्ली में 15 लाख कीमत की एक प्लॉट की बात कर ली और उससे अपने पिता से रूपया मांग कर लाने का दबाव दिया जाने लगा. इनकार करने पर एक साल तक उसके साथ जानवरों की तरह मारपीट की गयी. उसके सिर के आधे बाल नोच लिया गया.
कई दिनों तक खाना नहीं मिलता था. मारपीट में कई बार सिर फोड़ दिया गया और इलाज तक नहीं कराया गया. पड़ोसियों द्वारा उसे अस्पताल ले जा कर इलाज कराया जाता था. गत 3 मार्च को वह दिल्ली से घर लौट गयी. घर पर आने के बाद पति द्वारा पिता से रूपया मांग कर लाने का दबाव दे कर मारपीट कर घर से निकाल दिया गया. तब से वह सदमे में है.