School Reopen: बिहार के सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ने वाले करीब डेढ़ करोड़ से ज्यादा बच्चे इस साल भी बिना वार्षिक परीक्षा (Annual Exam) के अगली क्लास में प्रमोट किए जाएंगे. कोरोना संकट (Coronavirus in Bihar) के कारण स्कूल बंदी और बच्चों के कॅरियर को देखते हुए शिक्षा विभाग (Education Department, Bihar) ने लगभग मन बना लिया है. इसके साथ ही विभाग ने एक और अहम फैसला लिया है.
और वो है कैचअप कोर्स (Catchup Course) यानि कि अप्रैल में शुरू होने वाले नये सत्र में सरकारी स्कूलों के बच्चे तीन माह तक पिछली कक्षा के ही पाठ पढ़ेंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा है कि यह व्यवस्था सरकारी स्कूलों में पहली से लेकर 10वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए लागू होगी.
प्रधान सचिव ने बताया कि तीन माह की कि इस पढ़ाई का नाम कैचअप कोर्स दिया गया है. कैचअप कोर्स से बीते साल में हुए पढ़ाई की क्षति की भरपायी की जाएगी. उदाहरण के लिए इस साल जो बच्चे 8वीं में जाएंगे उन्हें सातवीं और जो 10वीं में जाएंगे उन्हें शुरुआती तीन माह नौवीं की किताब से शिक्षक पढ़ायेंगे.यही व्यवस्था हर कक्षा में लागू होगी. इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से शिकों के लिए दिशा-निर्देश भी जारी हो सकता है.
शिक्षा विभाग की कोशिश है कि कोरोना संकट के चलते लगातार दूसरी बार वार्षिक परीक्षा लिए अगली कक्ष में प्रमोट होने वाले बच्चों के ज्ञान में कोई कमी नही रह जाए. यदि ऐसा नहीं होगा तो अगली कक्षा के कई पाठ खास कर गणित और विज्ञान में उन्हें समझ में नहीं आएंगे.
बता दें कि बीते वर्ष भी कोरोना संकट के कारण बगैर वार्षिक परीक्षा ही छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था. कोरोना संकट के कारण ही बीते साल 14 मार्च से बिहार के सभी स्कूल बंद हैं. हालांकि सितंबर से आंशिक तौर पर और अब चार जनवरी से नौवीं से 12 वीं तक औऱ आठ फरवरी से छठी से आठवीं तक के स्कूल खोले गए हैं. पहली से छठी कक्षा तक के स्कूल खोले जाने को लेकर अभी कोई सूचना नहीं है.
Posted By: Utpal kant