सासाराम ग्रामीण. नवरात्र में जिले में जहां जमीन की रजिस्ट्री के निबंधन कार्यालय और वाहन के दस्तावेजों के लिए डीटीओ कार्यालय में भीड़ होती है. इसके साथ निबंधन कार्यालय में जमीन के दस्तावेजों की रजिस्ट्री जोर शोर से होती है. लेकिन, इस बार पोर्टल फेल होने से क्रेता व विक्रेता नवरात्र में जमीन की खरीद बिक्री नहीं कर पा रहे है. मामला है कि पिछले छह दिनों से ऑनलाइन पोर्टल फेल होने के कारण पूरे जिले में जमीन की रजिस्ट्री का काम ठप पड़ा है. इस वजह से ऑनलाइन चालान नहीं कट पा रहा है और करीब 75 फीसदी रजिस्ट्री का काम रुक गया है. जिला अवर निबंधन कार्यालय सहित डेहरी और बिक्रमगंज सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में जमीन का निबंधन प्रभावित है. जिन लोगों का पहले से चालान कटा हुआ है. उन्हीं का रजिस्ट्री फिलहाल हो रहा है. लेकिन, उनकी संख्या बेहद कम है. लगभग पांच से 10 लोग ही रोजाना निबंधन करा पा रहे हैं. बाकी लोग रोजाना कार्यालय पहुंच रहे है, लेकिन मायूस होकर बैरंग घर लौटना पड़ रहा है. ऐसे में राजस्व वसूली पर भी बड़ा असर पड़ रहा है. नकल निकलवाने का काम भी बंद हो गया है. क्योंकि, उसके लिए भी ऑनलाइन चालान की जरूरत होती है. रैयतों और आमजनों में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि हमें पैसों की जरूरत है. लेकिन, रजिस्ट्री न होने से बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है. पहले की तरह भीड़ भी अब रजिस्ट्री कार्यालयों में देखने को नहीं मिल रही है. कातिब भी दिनभर बैठकर लौट जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि गवर्नमेंट रिसिप्ट अकाउंट सिस्टम पोर्टल पर ही चालान कटता है. लेकिन, सर्वर ओवरलोड होने के कारण यह पोर्टल खुल नहीं रहा है. जैसे ही लॉगिन करने की कोशिश होती है तो यह डिनाई मोड में चला जाता है. नतीजा यह है कि राजस्व जमा नहीं हो रहा है. इस संबंध में प्रभारी जिला अवर निबंधक योगेश त्रिपाठी ने बताया कि सर्वर की समस्या के कारण ही ऑनलाइन चालान नहीं कट पा रहा है और इसका असर 75 फीसदी कामकाज पर पड़ गया है. फिलहाल जिनका चालान पहले से कटा हुआ है, उनका ही निबंधन हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यालय स्तर से पोर्टल को दुरुस्त करने की प्रक्रिया चल रही है. जैसे ही सर्वर ठीक होगा. रजिस्ट्री का काम फिर से सामान्य रूप से शुरू हो जायेगा. दो हफ्ते से चालान काटने में आ रही दिक्कत इधर, वित्त विभाग के सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन के कारण करीब दो हफ्ते से चालान काटने में दिक्कत आ रही है. इसका असर सिर्फ निबंधन विभाग पर ही नहीं बल्कि परिवहन विभाग पर भी पड़ रहा है. ड्राइविंग लाइसेंस का लर्निंग, रिन्यूअल, ट्रांसफर, फिटनेस, टैक्स समेत अन्य काम भी ठप पड़े हैं. लोग हर दिन विभागीय कार्यालयों का चक्कर लगाते हैं और निराश होकर लौट जाते हैं. चालान नहीं कटने से लोगों पर जुर्माना भी लगातार बढ़ता जा रहा है. परिवहन विभाग की साइट बंद होने से विभिन्न वाहनों पर लगे जुर्माने की राशि भी जमा नहीं हो पा रही है. इस कारण गाड़ियों को प्रशासन छोड़ नहीं रहा है. लगातार समस्या से लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है.
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