लोगों ने पुलिस प्रशासन से यहां सुरक्षा व्यवस्था और गश्ती बढ़ाने की मांग की
इंद्रपुरी.
पुलिस टीम ने गुरुवार की शाम इंद्रपुरी बराज में छलांग लगाने जा रही एक 14 वर्षीय किशोरी को बचा लिया. इंद्रपुरी थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी गुप्ता ने बताया कि औरंगाबाद जिले के बडेम थाने के महुआर गांव की रहने वाली यह किशोरी बराज से छलांग लगाने की कोशिश कर रही थी. पुलिस टीम की नजर उसपर पड़ते ही तत्परता दिखाते हुए उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.गौरतलब है कि 19 अक्त्तूबर को काराकाट थाना क्षेत्र के कुल्हड़िया गांव की एक महिला अपने छह माह के बच्चे के साथ इंद्रपुरी बराज में कूदने जा रही थी, जिसे पुलिस ने समय रहते बचा लिया था. वहीं 30 सितंबर की शाम रोहतास थाना क्षेत्र के तुंबा गांव की एक 18 वर्षीय युवती पटनवांकला पुल के पास पश्चिमी संयोजक नहर में कूद गयी थी, जिसे पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से बचाया गया. इसके अलावा, 13 जुलाई को तिलौथू प्रखंड के नयका गांव की दो किशोरियों ने बराज में छलांग लगा दी थी, जिनके शव दो दिन बाद बरामद हुए थे. उसके कुछ दिन बाद 22 जुलाई को बिक्रमगंज संझौली थाना क्षेत्र की एक युवती ने भी बराज से छलांग लगा दी थी, जिसका अब तक पता नहीं चल सका है. लगातार हो रही इन घटनाओं से इंद्रपुरी बराज का स्वरूप बदल रहा है. पहले जहां यह स्थल सैर-सपाटे, पिकनिक और मनोरंजन का केंद्र माना जाता था, वहीं अब यह आत्मघाती घटनाओं का केंद्र बनता जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बराज की खूबसूरती अब चिंता में बदल गयी है. बीते दस माह में बराज पर पांच से अधिक आत्मघाती घटनाएं हो चुकी हैं. लोगों ने पुलिस प्रशासन से यहां सुरक्षा व्यवस्था और गश्ती बढ़ाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

