सेमरी गांव पहुंचे सीआरपीएफ के डीजी सहित कई अधिकारी, कहा
सीआरपीएफ के शहीद जवान दिलीप कुमार के परिजनों से की मुलाकात, बंधाया ढांढ़सफोटो -15- शहीद दिलीप कुमार पासवान की पत्नी से बात करते डीजी.
ए- सभास्थल पर जुटे प्रखंड क्षेत्र की सम्मानित जनप्रतिनिधि, आसपास गांव से आए लोगों की भीड़. बी- स्थानीय अधिकारियों से बात करते सीआरपीएफ के डीजी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह.प्रतिनिधि, चेनारीप्रखंड क्षेत्र के सेमरी गांव के सीआरपीएफ के शहीद जवान दिलीप कुमार के परिजनों से मंगलवार को सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और अन्य अधिकारी ने मुलाकात कर उनका हाल जाना और विभाग से मिलने वाली सहायता की जानकारी दी. डीजी ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिजनों के साथ मजबूती से देश खड़ा है. उन्होंने शहीद के बच्चों की परवरिश व पढ़ाई-लिखाई पर पर परिजनों से विचार किया. सरकार के नियमनुसार जो भी प्रावधान होगा, उसे पूरा किया जायेगी. डीजी ने शहीद की माता मनोरमा देवी, पिता कपिल मुनि पासवान, भाई महावीर पासवान से भी बात की. पत्नी अनीता देवी से मुलाकात कर उन्हें हिम्मत से काम लेने का ढांढ़स बंधाया. कहा कि सीआरपीएफ की पूरी टीम आपके साथ खड़ी है. किसी प्रकार समस्या है, तो मोबाइल से बात कीजिए, विभाग आपके साथ खड़ा है. इस दौरान सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी है. प्राथमिक विद्यालय सेमरी के परिसर में भव्य श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया था. इसमें गांव व सीआरपीएफ अधिकारी और जवान के लोगों ने पहुंचकर शहीद जवान दिलीप पासवान के तैल्य चित्र पर पर पुष्प अर्पित किया. इस मौके पर पुलिस उपमहानिरीक्षक एसके सिंह, अच्युतानंद, रविंद्र भगत ,कमांडेंट 47 बटालियन जियाऊ सिंह, रमेशचंद्र, उप कमांडेंट उत्तम कुमार, राम उग्रह शर्मा, 47 बटालियन के अलावा सासाराम डीएसपी दिलीप कुमार, डीसीएलआर मनीष कुमार ,बीडीओ प्रियंका कुमारी, सीओ पूजा शर्मा, शहीद के पिता कपिल मुनि पासवान, मुखिया प्रतिनिधि उपेंद्र गुप्ता, राम प्यारे पासवान ,चंदन सिंह के अलावा में भारी संख्या में ग्रामीण जनप्रतिनिधि अधिकारी अपने शहीद जवान के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया.
फूट-फूट कर रो पड़े शहीद के परिजन
सेमरी गांव में सुबह से ही शहीद दिलीप पासवान के रिश्तेदार और परिजन सीआरपीएफ के बड़े अधिकारियों के आने की सूचना पर तैयारी कर रहे थे. रिश्तेदार बहन-बेटी मायके से घर पहुंची थी. सभी लोग आंगन में पैर रखते ही फूट-फूट कर रो रही थी. अधिकारी आये तो शहीद की पत्नी अनीता देवी अपनी आंखों के आंसू नहीं रोक सकी. बाद में अधिकारियों ने उन्हें समझा कर शांत कराया. सोमवार से ही यहां सीआरपीएफ के पुलिस महिला बटालियन और सीआरपीएफ के जवान उनके परिजनों को हर तरह का सहयोग कर रहे थे. डीजी के आने के पूर्व सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी थी. जगह-जगह पर चार किलोमीटर दूर तक सड़क के पुल-पुलिया पर सीआरपीएफ के जवान तैनात दिखे. सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था थी. परिजनों के घर अधिकारी के प्रवेश करने से पूर्व ही उनके परिजन को छोड़ किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया गया. श्रद्धांजलि सभा में सभी लोगों ने भाग लिया.
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