परसथुआं दुर्गा मंदिर परिसर में श्रीरामचरितमानस महायज्ञ का आयोजन
प्रतिनिधि, कोचस
राम के नाम स्मरण मात्र से ही मानव का कल्याण हो जाता है.वह भवसागर के सभी बंधनों से मुक्त होकर परमधाम को प्राप्त करता है. ये बातें परसथुआं दुर्गा मंदिर परिसर में नवरात्र के अवसर पर आयोजित श्रीरामचरितमानस महायज्ञ में काशी से पधारी मानस कोकिला मराली आनंदी ने बुधवार को रामकथा के दौरान कही. उन्होंने कहा कि कलियुग केवल नाम अधारा, सुमिरि-सुमिरि नर उतरहूं पारा अर्थात ईश्वर प्राप्ति के लिए कलियुग जैसा कोई पावन और सुलभ युग नहीं हुआ. सतयुग, त्रेता, द्वापर में ईश्वर प्राप्ति के लिए बड़े-बड़े अनुष्ठान यज्ञ किये जाते थे. लेकिन, कलियुग में सिर्फ ईश्वर के चरणों में ध्यान व उनके स्मरण मात्र से ही जीव को मोक्ष की प्राप्ति मिल जाती है. मानस मराली आनंदी ने कहा कि रामचरितमानस की हर चौपाई और मंत्र मानव जीवन में लोगों को अच्छी सीख देती है. इसमें कुछ चौपाइयां ऐसी भी हैं, जिसे अल्प समय तक जप करने से मनुष्य को बड़े संकटों से तुरंत छुटकारा मिल जाता है. इसके लगातार जप करने से जीवन में बड़े बदलाव के साथ मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इससे पूर्व विभिन्न धार्मिक स्थलों से पधारे कथावाचकों ने ईश्वर की अमृतवाणी से श्रोताओं को अवगत कराया. मौके पर यज्ञ समिति के अध्यक्ष संजय सिंह सिंह, व्यवस्थापक मनोज पाल, पप्पू सेठ, सीताराम सिंह, डॉ पुरषोत्तम, चितरंजन शर्मा समेत यज्ञ समिति के कई सदस्य उपस्थित थे.
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