नौहट्टा. नौहट्टा थाना क्षेत्र के आनंदीचक गांव के पास शनिवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया. कैमूर पहाड़ी के जंगल से लकड़ी चुनने गयी महिलाओं पर अचानक जंगली भोरों का झुंड टूट पड़ा. इस हमले में आनंदीचक स्कूल की रसोइया 45 वर्षीय कलावती कुंअर की मौत हो गयी, जबकि सात अन्य महिलाएं घायल हो गयीं. घटना के बाद पूरे गांव में अफरातफरी और मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. बताया जाता है कि अनंत चतुर्दशी व्रत के अवसर पर स्कूल में छुट्टी थी. इसी वजह से कलावती कुंअर के साथ गांव की सात महिलाएं सुखी लकड़ी लाने जंगल चली गयीं. सभी महिलाएं लकड़ी चुनकर लौट रही थीं और उनमें से करीब छह महिलाएं आगे आ गयीं और पुरानी रेलवे लाइन के पास बैठकर अपनी दो महिला साथियों का इंतजार करने लगीं, तभी अचानक जंगल से आये भोरों के झुंड ने महिलाओं पर हमला कर दिया. इस हमले के दौरान सबसे किनारे बैठी हुई कलावती कुंअर पर भोरों ने सबसे ज्यादा डंक मारे, जिससे वे घटनास्थल पर ही बेहोश होकर गिर गयी. बाकी महिलाएं जान बचाने के लिए चीखते-चिल्लाते इधर-उधर भागने लगीं. रीमा देवी, पिंकी कुमारी, उषा कुंअर, लालती देवी और सुनीता देवी को भी कई जगह डंक लगने से जख्मी है. पीछे से आ रही दो महिलाओं पर भी कुछ भोरों ने हमला किया, लेकिन उन्होंने लकड़ी फेंककर जंगल की ओर भागकर जान बचायी. ग्रामीणों ने दिखायी तत्परता महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर गांव वाले दौड़ पड़े और उन्हें किसी तरह भंवरों से बचाकर बाहर निकाला. सभी को पहले काजीपुर गांव के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां से गंभीर हालत को देखते हुए नौहट्टा रेफरल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. घटना के बाद आनंदीचक गांव में मातम का माहौल है. मृतका कलावती कुंअर गरीब परिवार से थीं और स्कूल में रसोइया का काम करके परिवार का भरण-पोषण करती थीं. अचानक इस हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है. बोले चिकित्सा प्रभारी रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि कलावती कुंअर को मृत घोषित कर दिया गया है. अन्य महिलाओं की स्थिति अब खतरे से बाहर बतायी जा रही है. बोले थानाध्यक्ष थानाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने कहा कि परिजनों की सहमति के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सासाराम भेजा जायेगा.
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