स्कूल से लेकर राज्य स्तर तक होगी प्रतियोगिता
एआई और क्वांटम युग पर होगी छात्रों की बहस
प्रतिनिधि, सासाराम ऑफिस.
बिहार राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद पटना के निर्देश पर जिले के स्कूलों में 15 सितंबर तक विज्ञान संगोष्ठी 2025 का आयोजन होगा. इसको लेकर अभी से ही स्कूलों में छात्रों ने विषयवार तैयारी शुरू कर दी है. जहां मध्य विद्यालय वर्ग छह और सात के लिए संगोष्ठी का विषय कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग: संभावनाएं और चुनौतियां है. वहीं माध्यमिक विद्यालय वर्ग आठ से 10 के लिए क्वांटम युग का आगाज : संभावनाएं और चुनौतियां विषय तय है. छात्र-छात्राओं को निर्धारित समय में व्याख्यान देना होगा. अधिकतम पांच चार्ट/पोस्टर या पावर प्वाइंट स्लाइड का प्रयोग कर सकेंगे. प्रस्तुति के बाद निर्णायक मंडली सवाल-जवाब करेगी. आयोजन की जिम्मेदारी भी तय कर दी गयी है. स्कूल स्तर पर संगोष्ठी के संयोजक प्रधानाध्यापक होंगे. प्रखंड स्तर पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, जिला स्तर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी और प्रमंडल स्तर पर क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक की भूमिका होगी. राज्य स्तर पर परिषद और श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र, पटना संयुक्त रूप से संचालन करेंगे. यह आयोजन स्कूल स्तर से लेकर राज्य स्तर तक होगा. विजेता छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय संगोष्ठी में जिले और बिहार का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा.पांच चरणों में होगी संगोष्ठी
स्कूल स्तर की प्रतियोगिता 15 सितंबर तक पूरी कर ली जायेगी. इसके बाद प्रखंड स्तर की प्रतियोगिता 19 सितंबर तक, जिला स्तर सात अक्टूबर तक, प्रमंडल स्तर 10 अक्टूबर तक और राज्य स्तरीय संगोष्ठी 15 अक्टूबर को पटना के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र गांधी मैदान में आयोजित होगी. राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी 30 अक्टूबर को बेंगलुरु स्थित विश्वेश्वरैया इंडस्ट्रियल एंड टेक्नोलॉजिकल म्यूजियम में राष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लेंगे. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान रोहित रोशन ने सभी स्कूल प्रधानाध्यापकों को 15 सितंबर तक संगोष्ठी संपन्न कराने और विजेताओं की सूची प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भेजने का निर्देश दिया है. इसके बाद प्रखंड स्तर पर प्रतियोगिता कराकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी 19 सितंबर तक सूची जिला कार्यालय को सौंपेंगे. इसके बाद प्रखंड स्तर पर सफल प्रतिभागी जिला स्तर पर प्रतिभाग करेंगे. यहां सफल होने वाले बच्चों को प्रमंडल के लिए भेज दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी से छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जागेगी. यह प्रतियोगिता छात्रों को नई तकनीकों जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्वांटम युग की चुनौतियों को समझने का अवसर देगी. साथ ही उनमें विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और प्रतियोगी भावना का भी विकास होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

