नासरीगंज. विश्व यक्ष्मा दिवस पर सोमवार को नगर के पीएचसी सह रेफरल अस्पताल परिसर में टीबी से बचाव से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान टीबी बीमारी होने से पूर्व के लक्षणों को बताया गया. साथ ही पीएचसी परिसर में ””””टीबी हारेगा, देश जीतेगा”””” के नारे भी लगाये गये. एमओआइसी डॉ एनके आर्या ने बताया कि टीबी के रोगाणु वायु द्वारा फैलते हैं. जब यक्ष्मा रोगी खांसता या छींकता है, तो लाखों-करोड़ों की संख्या में टीबी के रोगाणु छोटे कणों (ड्राप्लेट्स) के मध्यम से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. इसके बाद वह व्यक्ति भी टीबी रोग से ग्रसित हो जाता है. इसके लक्षणों की पहचान जरूरी है. पोषण के लिए टीबी के मरीजों के खाते में प्रति माह पांच सौ रुपये राशि भेजी जाती है. वहीं, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर कुमारी भावना दास ने बताया कि टीबी रोगियों को बेहतर पोषण उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार प्रति माह पांच सौ रुपये की धनराशि देती है. निजी चिकित्सक व फार्मासिस्ट से द्वारा उपलब्ध करायी गयी जानकारी से सभी रोगियों को पोषण राशि प्रदान करने में आसानी होगी. टीबी विभाग निरंतर टीबी मरीजों को चिह्नित करने का प्रयास कर रही है. इसके लिए सक्रिय टीबी मरीज खोजी अभियान भी चलाये जाते हैं. इस मौके पर एचएम अनिल कुमार सिंह, बीसीएम राशिद समेत आशा, अस्पतालकर्मी व मरीज शामिल थे.
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