सासाराम सदर. प्रधानमंत्री अवास योजना ग्रामीण के सर्वे में लापरवाही बरतने वाले 11 अवास सहायकों का दो वार्षिक मानदेय वृद्धी पर रोक लगायी गयी हैं. वर्ष 2016-17 आवास की आवश्यकता वाले परिवारों के लिए अवास देने के लिए जिले में सर्वे किया गया था. इसमें कई पंचायत सहायको ने लापरवाही बरती थी. लापरवाही बरतने वाले बिक्रमगंज प्रखंड के घोसियाकला पंचायत के अवास सहायक जयप्रकाश चौधरी, मरौना पंचायत की डिम्पल कुमारी, सूर्यपूरा प्रखंड के गोशलडीह पंचायत के मनीष कुमार, डेहरी प्रखंड की दरिहट पंचायत के चितरंजन कुमार, दावथ प्रखंड की उसरी पंचायत के सत्यनारायण कुमार, तिलौथू प्रखंड के (वर्तमान पदस्थापन करगहर) दुर्गेश कुमार, जगदेश कुमार (वर्तमान पदस्थापन शिवसागर), अमृता कुमारी (वर्तमान पदस्थापन रोहतास), नसरुल होदा (वर्तमान पदस्थापन नौहट्टा), ब्रजेश प्रसाद (वर्तमान पदस्थापन नौहट्टा) को सर्वे, अयोग्य लाभार्थी का चयन करने, सर्वे कार्य में कम प्रगती, आवास सॉफ्ट पर गलत निबंधन करने आदि के आरोप में कार्रवाई की गयी हैं. इसके अलावा चेनारी प्रखंड की केनारकला पंचायत के अवास सहायक पर तीन वार्षीक मानदेय वृद्धी पर रोक लगायी गयी हैं. वहीं, सोमवार को आयोजित स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम के अवसर पर जिले में कुल 1155 लाभुकों को एक साथ प्रथम किश्त की राशि हस्तांतरीत की गयी.
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