फोटो – 3 – किरही गांव के बधार में आधी रात को आग पर काबू पाते ग्रामीण व फायर ब्रिगेड. काराकाट. भोजपुरी में एक कहावत चरितार्थ है ”जा हो भाग्य ठीक रहे कि बच गइल, ना त सब मेहनत कइल बेकार हो जाइत”. यह किरही गांव में सोमवार की आधी रात को सभी के मुंह से निकल रहा था. जब गांव के बधार में रखे पुआल के ढेर में अचानक आग लग गयी. इसे देख किसानों में हाहाकार मच गया. आग की लपटें इतनी भयावह थीं कि ग्रामीणों को समझ नहीं रहा था कि आग पर काबू बीच बधार में कैसे करें. इसके बावजूद गांव के लोग कोई बाल्टी में पानी भर कर तो कोई छोटे-छोटे ड्रम में पानी भरकर पहुंचे. किरही पंचायत मुखिया धर्मेंद्र साह, मुखिया प्रतिनिधि मनोज कुमार ने पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी, तो पुलिस फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया. मुखिया के अनुसार, सबसे बड़ी कामयाबी यह मिली कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, वरना बीच बधार में रखे पुआल के ढेर की चारों तरफ सैकड़ो बीघा गेहूं की फसल लगी हुई है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

