तिलौथू. शुक्रवार की रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण मां तुतला भवानी वॉटरफॉल ने रौद्र रूप ले लिया. तुतला भवानी झूला पुल के समीप बना बाउंड्री वॉल, सांकेतिक बोर्ड, तीन चेंजिंग रूम और शेड बह गये, जिनका कोई अता-पता नहीं है. ड्यूटी में तैनात वनरक्षी सतानंद कुमार ने बताया कि डीएफओ स्टालिन फ़िडल के निर्देशानुसार अगले आदेश तक श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है. फिलहाल मुख्य द्वार को भी बंद कर दिया गया है. मां तुतला भवानी धाम विकास समिति, रेडिया के अध्यक्ष गुरु चरण यादव ने कहा कि उन्होंने अपने होश में इस तरह की बाढ़ कभी नहीं देखी. उन्होंने बताया कि मां तुतला भवानी के तूतराही नदी पर सिंचाई विभाग की ओर से बनाया गया स्टॉप डैम इस भयावह बाढ़ में टूटकर बह चुका है. इससे रामडिहरा की ओर जाने वाला पानी प्रभावित हुआ, जिससे सिंचाई भी बाधित हुई और बाढ़ की स्थिति और भी भयावह बन गयी. इसके अलावा भदोखरा पंचायत में पहाड़ से सिंचाई के लिए बनाया गया नशकटिया भिंडा पिंड भी टूटने से स्थिति और बिगड़ी है.
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