सासाराम ऑफिस. बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर बुधवार को दीनारा विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचन पदाधिकारी संतोष कुमार की अध्यक्षता में विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में प्रखंड, थाना व अनुमंडल स्तर के अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी, बीएलओ, सुपरवाइजर, परिवहन प्रभारी और स्वीप प्रकोष्ठ के सदस्य शामिल रहे. बैठक में मतदान केंद्रों पर आश्वस्त न्यूनतम सुविधाएं (एएमएफ), सुरक्षा व्यवस्था, वोटर इनफार्मेशन स्लिप वितरण और वाहन प्रबंधन से संबंधित बिंदुओं पर गहन चर्चा की गयी. निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि हर मतदान केंद्र पर शौचालय, पेयजल, रैंप, व्हीलचेयर, पंखा, प्रकाश व्यवस्था और साइनबोर्ड जैसी सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहेंगी. कार्यपालक अभियंता व बीडीओ को सभी मरम्मत और स्वच्छता कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष सहायता डेस्क और हेल्पर की पूर्व तैनाती सुनिश्चित की जायेगी. मॉडल पोलिंग स्टेशन के रूप में चयनित केंद्रों पर सौंदर्यीकरण, सेल्फी प्वाइंट और मतदाता-अनुकूल माहौल तैयार किया जायेगा. सेक्टर मजिस्ट्रेट मतदान से पहले और मतदान के दिन सुबह दो-स्तरीय निरीक्षण करेंगे.
संवेदनशील क्षेत्रों में विश्वास बहाली के कदम:
निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के साथ फ्लैग मार्च का आयोजन होगा. कमजोर बूथों पर रात्रि गश्त और स्थायी पिकेट की व्यवस्था रहेगी. क्रिटिकल पोलिंग लोकेशनों पर वेबकास्टिंग, सीसीटीवी कैमरा और माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती की जायेगी. मतदाताओं का विश्वास बनाये रखने के लिए सामुदायिक संवाद, महिला सुरक्षा बल की उपस्थिति और जागरूकता कार्यक्रम भी चलाये जायेंगे. निर्वाचन पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की धमकी या दबाव की स्थिति में तत्काल हेल्पलाइन 1950 या सी-विजिल एप पर सूचना दी जा सकती है.
वोटर इनफाॅर्मेशन स्लिप वितरण की निगरानी सख्तबैठक में बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर वोटर इनफार्मेशन स्लिप (वीआइएस) वितरण की समय-सारणी तय की गयी. प्रत्येक बीएलओ को वितरण का रजिस्टर और पावती रखनी होगी. कंट्रोल-रूम में रियल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम से वितरण की निगरानी की जायेगी. शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में शिविर लगाकर 100% स्लिप वितरण का लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया गया.वाहन व्यवस्था व सुरक्षा प्रबंधन को मिली प्राथमिकतानिर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदान कार्य में लगने वाले सभी वाहनों की फिटनेस, परमिट, बीमा और जीपीएस टैगिंग की जांच होगी. चालकों को आचार संहिता और सुरक्षा नियमों की जानकारी दी जायेगी. आकस्मिक स्थिति के लिए रिजर्व वाहन पुल बनाया गया है. वाहन प्रेषण स्थल पर अलग लेन और टोकन सिस्टम से प्रेषण की सुव्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया.
दैनिक रिपोर्टिंग और निगरानी प्रणाली लागूसभी सेल—एएमएफ, सुरक्षा, वीआइएस, परिवहन और स्वीप—के नोडल अधिकारियों को दैनिक प्रगति रिपोर्ट (डीपीआर) देने के निर्देश दिये गये. वेबकास्टिंग फीड और घटना रिपोर्टिंग के लिए मानक प्रारूप अपनाने का निर्णय लिया गया. मतदेय सामग्रियों की त्रिस्तरीय सुरक्षा और स्ट्रॉन्ग रूम प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जायेगा.मतदाताओं से अपीलनिर्वाचन पदाधिकारी संतोष कुमार ने कहा कि प्रशासन ने मतदाताओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली हैं. सभी मतदाता 11 नवंबर को निर्भय होकर मतदान केंद्र पहुंचें और लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी दर्ज करें.
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