सासाराम सदर. सदर अस्पताल के फाइलेरिया विभाग ने सोमवार को फाइलेरिया से दिव्यांग हुए 45 नये मरीजों के बीच प्रमाणपत्र वितरण किया. सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हाथीपांव से पीड़ित मरीजों को चिह्नित कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑनलाइन पंजीकरण कराया गया था. फाइलेरिया से दिव्यांग हुए मरीजों को भी 11 रुपये प्रतिमाह देने का सरकार ने इसी माह घोषणा की थी, जो जुलाई महीने से पीड़ितों के खाते में भेजना था. इसके बाद से इस योजना का लाभ दिलाने के लिए विभाग मरीजों को चिह्नित कर रजिस्ट्रेशन कराया था. इससे पहले फाइलेरिया से पीड़ित 10 मरीजों को पिछले माह दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिया गया था, जो सरकार के पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं. फाइलेरिया विभाग पीड़ितों को चिह्नित करने के लिए जिला में लगातार अभियान चला चिह्नित मरीजों की लाइन लिस्टिंग भी की जा रही है. इसके लिए जिला स्वास्थ्य समिति के साथ सहयोगी संस्था पिरामल भी काम कर रही है. पेंशन के साथ मिलेगी कई सुविधाएं फाइलेरिया से दिव्यांग हुए मरीजों को सामाजिक पेंशन योजना के तहत 11 रुपये की राशि देने के साथ ही इन मरीजों को कई सरकारी सुविधा देने की योजना है. दिव्यांगों की लाइन लिस्टिंग कर प्रमाण पत्र दिया गया. आगे भी चिह्नित करने का कार्य चल रहा है. इससे फाइलेरिया से दिव्यांग मरीज हर सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे. दिव्यांगता श्रेणी में रखे गये हैं हाथीपांव के मरीज सिविल सर्जन डॉ मणिराज रंजन ने बताया कि हाथीपांव से पीड़ित लोगों को भी दिव्यांगता की श्रेणी में रखा गया है. इनकी दिव्यांगता की जांच कर प्रमाण दिया गया. फाइलेरिया मरीजों को चिह्नित करने हेतु जिला के सभी पीएचसी के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. उनके द्वारा पीड़ितों की पहचान कर रिपोर्ट जिला को भेजी जा रही है. ऐसे लोगों की पहचान कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र देने के लिए पंचायती राज, जीविका समूह, डेवलपमेंट पार्टनर्स का भी सहयोग लिया जा रहा है. पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीडर (संचारी रोग) हेमंत कुमार ने बताया कि पंचायत स्तर पर सामुदायिक बैठक के माध्यम से लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है.
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