छपरा. प्रशासन और राजनीति एक-दूसरे के पूरक हैं. लोकतंत्र में राजनीतिक नेतृत्व और प्रशासन के बीच सहयोग की भावना ही सुशासन को संभव बनाती है. यह बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी ने हैदराबाद अवस्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में रविवार को 77वीं रेगुलर रिक्रूट बैच के भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षुओं को उनके प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित व्याख्यान देने के क्रम में कहीं. प्रशिक्षण में कुल 217 अधिकारी प्रशिक्षु शामिल थे. जिनमें भूटान, नेपाल और मालदीव के 16 विदेशी अधिकारी भी हैं. इस अवसर पर रूडी ने पुलिस-राजनीतिज्ञ इंटरफेस, पारदर्शी शासन और सामुदायिक पुलिसिंग जैसे विषयों पर अपने गहन विचार और अनुभव साझा किए. उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि की दृष्टि और एक अधिकारी की कार्यकुशलता मिलकर ही देश को आगे ले जा सकती है. उन्होंने कहा कि राज्य के स्तर पर शासन की असली पहचान जिलों में तैनात अधिकारियों से बनती है. जनता के लिए एसडीओ, एसपी और डीएम ही सरकार के प्रतिनिधि होते हैं. और उनकी संवेदनशीलता, पारदर्शिता एवं संवाद ही लोकतंत्र को मजबूत करता है. कार्यक्रम में देशभर से आए प्रोबेशनर अधिकारियों ने रूडी से अनेक प्रश्न पूछे. जिनका उन्होंने अपने राजनीतिक एवं प्रशासनिक अनुभवों के आधार पर सहजता से उत्तर दिया. इस अवसर पर पुलिस अकादमी के वरिष्ठ अधिकारी, संकाय सदस्य एवं प्रशिक्षक उपस्थित थे.
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