छपरा. सारण जिले में पुलिस की लचर व्यवस्था पर लगाम कसने के लिए एसपी डॉ कुमार आशीष लगातार सख्त रुख अपना रहे हैं. थानों में हो रही मनमानी, आदेशों की अवहेलना और कार्य में लापरवाही को लेकर उन्होंने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है. इस बार 22 थानाध्यक्षों का वेतन रोकने का निर्देश जारी किया गया है. एसपी ने इसके कि पूर्व में भी कई बार सख्त कदम उठाये हैं, लेकिन सुधार की उम्मीद अभी भी अधूरी है. एसपी ने स्पष्ट किया है कि अनुशासनहीनता और कार्य में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि समय-समय पर दिये गये निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है और इसी कारण बार-बार कार्रवाई करनी पड़ रही है.
पिछले महीने भी हुई थी कार्रवाई : विदित हो कि 28 अप्रैल को भी एसपी ने 98 पुलिस पदाधिकारियों के वेतन पर रोक लगायी थी. उसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी रही. अधिकारियों की मनमानी, समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत न करना, शिकायतों का निबटारा न करना और जनता के साथ असंतोषजनक व्यवहार जैसी शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं.
कई थानाध्यक्षों को पहले भी मिल चुकी है चेतावनी : यह पहली बार नहीं है जब किसी थानाध्यक्ष पर वेतन रोकने जैसी कार्रवाई हुई है. पूर्व में नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार के खिलाफ भी यही कदम उठाया गया था. इस बार जिन थानाध्यक्षों पर कार्रवाई हुई है, उनमें कई ऐसे हैं जिनके खिलाफ पहले भी चेतावनी दी जा चुकी थी. एसपी का साफ संदेश है कि जिले में कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी पुलिस पदाधिकारियों को जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि जो भी पुलिस अधिकारी या कर्मी जनता की सेवा में कोताही बरतेगा, उसके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है