छपरा, दिघवारा. छपरा-हाजीपुर निर्माणाधीन फोरलेन सड़क पर फर्राटेदार सफर के सपने एक बार फिर संकट में हैं. मधुकान कंपनी द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्य को एनएचएआइ ने किसी कारणवश रोक दिया है, जिसके बाद होली के कुछ दिन पहले से काम पूरी तरह से ठप हो गया है. सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी की ओर से काम में लगातार हो रहे विलंब के कारण कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है. काम ठप होने के बाद अब कंपनी द्वारा विभिन्न स्थलों से मशीनों और अन्य सामग्री को वापस अपने बेसकैंप में मंगवाया जा रहा है. साथ ही कंपनी के सैकड़ों कर्मियों को भी वापस बुला लिया गया है, जिससे कंपनी से जुड़े कर्मियों और स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल बन गया है.
गंडक पुल समेत तीन जगहों पर अभी भी काम पूरा होना है बाकी
छपरा-हाजीपुर फोरलेन सड़क पर हाजीपुर के गंडक नदी में पुल निर्माणाधीन है, वहीं पट्टीपुल पर भी दूसरे लेन के पुल के लिए कई स्लैब चढ़ाये जा चुके थे. कुछ स्लैब चढ़ने के बाद ढलाई का काम शुरू होना था, लेकिन अब काम ठप हो गया है. आमी आरओबी पर ढलाई का काम लगभग पूरा हो चुका था और यहां रेलिंग का निर्माण होना था. आमी और पट्टीपुल के समीप पुल का बाकी काम एक महीने के भीतर पूरा होने की उम्मीद थी, लेकिन अचानक काम पर ब्रेक लगने से अब यह पूरी तरह से लटक गया है.दो महीने से तेज रफ्तार में चल रहा था काम
छपरा-हाजीपुर फोरलेन सड़क निर्माण में पिछले कुछ महीनों से तेजी से काम हो रहा था, विशेष रूप से बाकरपुर से लेकर दरियापुर के हेवंतपुर तक दूसरे लेन के निर्माण में. इसके अलावा, पीरगंज से लेकर हेवंतपुर तक कालीकरण का काम भी होना था, जबकि पीरगंज से लेकर बाकरपुर तक दूसरे लेन का काम लगभग पूरा हो चुका था और इस रास्ते पर वाहनों का आवागमन भी शुरू हो चुका था. पीरगंज से लेकर यदुनंदन कॉलेज के सामने तक दूसरे लेन पर काम तेजी से चल रहा था, लेकिन अचानक काम ठप होने से निर्माण की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है.निर्माण कार्य 2010 में हुआ था शुरू
छपरा-हाजीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 के 66 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2010 में शुरू हुआ था, लेकिन 14 साल बाद भी यह परियोजना पूरी नहीं हो पायी है. भूमि अधिग्रहण और मुआवजे को लेकर कई बार काम में अड़चनें आईं, जिसके कारण परियोजना में बार-बार विलंब हुआ. इस दौरान, कई बार कंपनी ने निर्माण कार्य को गति देने के लिए अन्य सहयोगी कंपनियों का सहारा लिया. उदाहरण के लिए, अनबोर्न इंफ्राटेक ने कंपनी के काम में मदद की. हालांकि, लगातार हो रहे विलंब को लेकर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया और काम को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था. इसके बावजूद, समय-समय पर काम की सीमा और लागत में वृद्धि की गयी है.इसकी सूचना मेरे पास नहीं है
जो पुरानी कंपनी मधुकोंन थी वह 14 साल से लगातार एनएच 19 निर्माण कार्य में विलंब कर रही थी. आम लोग परेशान थे. ऐसे में कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है. सड़क निर्माण कराने के लिए राशि देने वाली बैंक को कहा गया है कि जल्द से जल्द नयी एजेंसी का चयन करके काम को पूरा कराए.
राजु कुमार, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

