लोगों ने कहा-जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो करेंगे आंदोलन स्कूली बच्चों का पठन-पाठन भी हुआ ठप, राशन सब्जी नहीं आ पा रहा नोट: फोटो नंबर 10 सीएचपी 16 हैं. कैप्सन होगा- ब्रह्मपुर रेलवे अंडरपास में भरा पानी प्रतिनिधि, छपरा. नगर निगम क्षेत्र के पश्चिम में स्थित बरहमपुर रेलवे अंडरपास में बरसात का पानी घुस जाने के बाद 20 से अधिक गांव और मोहल्लों का संपर्क टूट गया है. सबसे अधिक परेशानी तो स्कूली बच्चों के लिए है जिनका पढ़ाई ही छूट गया है. कारण साफ है आखिर में वह कैसे स्कूलों तक पहुंचेंगे. दूसरी सबसे बड़ी परेशानी लोगों के राशन पानी को लेकर है तो वह नहीं आ पा रहा है. रविवार को लोगों का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करके जिला प्रशासन और रेलवे को यह संकेत दे दिया कि यदि जल्द ही इसका निदान नहीं निकल गया तो आक्रोषपूर्ण आंदोलन किया जायेगा. जानकारी हो कि यह अंडर पास रेलवे ढाला 51 ए पर बना है. क्या बोले लोग स्थानीय निवासियों ने बताया कि ब्रहपुल पुल के जगलालचौधरी कॉलेज के पास छपरा बलिया रेलखंड पर अंडरपास का निर्माण किया गया है. इसमें जल जमाव और कीचड़ होने की वजह से इसकी स्थिति दयनीय हो गयी है. इससे आसपास के इलाके के लगभग 10,000 आबादी पूर्णत प्रभावित हो गयी है. वर्तमान परिस्थिति जलमराव की समस्या बनी हुई है. अंडरपास में जल जमा होने की वजह से दुर्गंध आने लगा है. स्कूली और सामान्य बच्चों को काफी परेशानी हो रही है. महिलाओं महिलाओं का तो आना जान ही बंद हो गया है. इस अंडरपास का स्थाई रूप से चौड़ीकरण और पक्की कारण करने की मांग ग्रामीणों ने की है. स्थानीय निवासियों में दीपक कुमार तिवारी, विकास कुमार, बलीराम सिंह, अशोक सिंह, सिद्धेश्वर सिंह, गजेंद्र सिंह, राजकिशोर, राम बृजेश सिंह, मंटू कुमार, संजय पांडेय, वीरेंद्र शर्मा, सुभाष कुमार, शिवजी शाह, रामाशंकर प्रसाद गुप्ता, जोगिंदर राय आदि ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. इन इलाकों का टूटा संपर्क स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अंडरपास में जल जमाव की वजह से आसपास के 20 से अधिक गांव और मोहल्ले के लोग प्रभावित है. इनमें करिंगा, औली, मेथवालिया, जगलाल चौधरी कॉलेज रोड और कॉलोनी, द्वारिका कॉलोनी, प्रणव नगर, गुप्तेश्वर नगर, करिंगामठिया, बरहमपुर समेत 20 से अधिक इलाके और मोहल्ले शामिल हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

