परसा. प्रखंड के चेतन जामा मस्जिद में शुक्रवार की रात इस्लाम धर्म के अंतिम पैगम्बर हज़रत मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश के अवसर पर ईद मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया. मस्जिद परिसर ही नहीं, पूरे गांव में अकीदतमंदों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र कुरआन शरीफ की तिलावत से की गयी, जिसके बाद नात-ए-शरीफ पेश की गयी. इस मौके पर मौजूद लोगों ने मोहम्मद साहब की बतायी हुई शिक्षाओं और रास्ते पर चलने का संकल्प लिया. कार्यक्रम के दौरान जुलूस-ए-मोहम्मदी भी निकाला गया, जिसमें बच्चे, युवा और बुज़ुर्ग बड़ी संख्या में शामिल हुए. लोगों के हाथों में इस्लामी झंडों के साथ-साथ भारत का तिरंगा भी लहरा रहा था. मोहम्मद साहब की शान में लगाए गए नारों से पूरा इलाका गूंज उठा. जामा मस्जिद के इमाम मौलाना महबूब रजा अमजदी और मौलाना हाफिज मोहम्मद अनवारुल हक ने तकरीर पेश करते हुए कहा कि पैगम्बर मोहम्मद साहब ने पूरी इंसानियत के लिए अमन, मोहब्बत और भाईचारे का संदेश दिया. उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने, एक-दूसरे के हक का ख्याल रखने और नफरत को छोड़ने का पैगाम दिया.
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