छपरा. छपरा नगर निगम क्षेत्र में रह रहे लोग भारी होल्डिंग टैक्स से परेशान हैं. शहरवासी आरोप लगा रहे हैं कि झुग्गी-झोपड़ी वालों को भी अब भारी भरकम टैक्स की रसीद थमा दी जा रही है. जब महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने शहरवासियों को टैक्स से राहत देने का आश्वासन दिया था, तो लोगों को उम्मीद थी कि कुछ सुधार होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. लोग इसे नगर निगम की एक नयी रणनीति मान रहे हैं, जिसमें नये-नये टैक्स वसूले जा रहे हैं, जबकि निगम की सुविधाएं काफी कम हैं.
शहरवासियों का कहना है कि नगर निगम के द्वारा नयी टैक्स वृद्धि से वे पहले से ही परेशान हैं, और निगम के पास सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. शहर में गंदगी का ढेर पड़ा हुआ है, और निगम सफाई के मामले में पूरी तरह से असफल साबित हो रहा है. लोग पहले से ही स्वच्छता व कृषि सेस जैसी अतिरिक्त करों से दबे हुए हैं. फिर भी नगर निगम बिना बोर्ड की सहमति के नये टैक्स वसूलने की कोशिश कर रहा है.टैक्स की राशि बढ़ाना है अन्यायपूर्ण
गुदरी बाजार निवासी संजय कुमार गुप्ता ने कहा, “नगर निगम का उद्देश्य लोगों को मूलभूत सुविधाएं देना था, लेकिन नालियों की सफाई तक नहीं हो रही है. सड़कों पर गड्ढे हैं और लोगों को मलेरिया का डर सता रहा है. ऐसे में टैक्स की राशि बढ़ाना न सिर्फ अन्यायपूर्ण है, बल्कि यह जनता को और भी परेशान करने जैसा है. वहीं, दहियामा चौक निवासी शुभ नारायण कुमार ने भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, पहले मनमाना टैक्स वापस लिया जाए, और जब तक हमें उचित सुविधाएं नहीं मिलतीं, हम कोई टैक्स नहीं देंगे.क्या कहते हैं महापौर
बोर्ड की बैठक होगी तो इसे लेकर कुछ निर्णय सामने आयेगा. शहरवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है. ओटीएस स्कीम पर भी विचार किया जायेगा. आने वाले समय में राहत मिलेगी.लक्ष्मी नारायण गुप्ता, महापौर, छपरा नगर निगमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

