डोरीगंज/छपरा. जिले के सदर प्रखंड के दियारा व तटीय क्षेत्र विशेषकर बड़हरा महाजी, चकिया, कुतुबपुर, दयालचक, सबलपुर, सुरतपुर, रायपुर बिदगांवा और बलवन टोला जैसे गांव बुरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. यहां लगभग 20,000 से अधिक लोगों की आबादी प्रभावित हुई है, जिनमें से 500 से ज्यादा लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर चुके हैं. बाढ़ पीड़ितों के मुताबिक इन इलाकों में हालात इतने भयावह हो गये हैं कि भोजन, पीने के शुद्ध पानी और शौचालय की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. घरों में पानी प्रवेश कर गया है और शौचालय डूब गये हैं महिलाएं और बच्चे खुले में जीवन बिताने को मजबूर हैं. कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं. परेशानी का आलम ऐसा कि सिर्फ इंसान ही नहीं, पशु भी इस संकट से कराह रहे हैं. चारे की घोर किल्लत के कारण मवेशी भूख से व्याकुल हैं. ग्रामीण अपने पशुओं को नाव पर लादकर ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं ताकि किसी तरह उनकी जान बचाई जा सके. बाढ़पीड़ित कोटवापट्टी रामपुर पंचायत के चकिया गांव निवासी शिक्षक रामविनोद राय बताते हैं कि रात से जलस्तर तेजी से बढ़ा है, अब हर घर में तीन से चार फीट पानी बह रहा है. हालात हर घंटे खराब होते जा रहे हैं. ना कोई राहत, ना कोई सहायता.
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