छपरा (सदर) : राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रिस्तीय पंचायत चुनाव की घोषणा का असर जिले में दिख रहा है. इस चुनाव की घोषणा के बाद जिला परिषद, मुखिया, बीडीसी जैसे मालदार पदों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अभी से ही सक्रिय हो गये है.
इस चुनाव में जन संख्या के आधार पर आरक्षण का नया रोस्टर तैयार होने करने के आयोग के निर्णय को लेकर भावी प्रत्याशी सक्रिय है. भावी प्रत्याशी अपने-अपने पंचायतों में जनसंख्या के आधार पर आरक्षण को लेकर पंचायती राज विभाग के कार्यालयों से जानकारी प्राप्त कर रहे है. जिससे भविष्य में अपने विजय के लिए रणनीति बना सके.
उप चुनाव की संभावना खत्म : राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा पंचायती राज विभाग के प्रावधानों के तहत प्रत्येक छह माह पर पंचायत प्रतिनिधियों के किसी भी रिक्त पद पर उप चुनाव कराने का प्रावधान है. अप्रैल, मई में पंचायत उपचुनाव की संभावना है. ऐसी स्थिति में जिले में मांझी जिला परिषद भाग एक जिला परिषद के सदस्य ब्रह्मा यादव को हत्या के मामले में सजा होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा 27 फरवरी 2015 से अयोग्य करार दिया गया है, तब से उपचुनाव नहीं होने के कारण यह पद रिक्त है.
तैयारियों का कार्यक्रम
मतदाता सूची का विखंडन- 23 नवंबर से 5 दिसंबर 2015 तक
राज्य निर्वाचन आयोग के स्तर पर जांच कार्यक्रम- 18 दिसंबर से 23 दिसंबर तक
सूची के प्रारूप का प्रकाशन-28 दिसंबर से 11 जनवरी 2016 तक
दावा आपत्ति देने व निराकरण पर आयोग का अनुमोदन- 28 दिसंबर से 18 जनवरी 2016 तक
आयोग द्वारा मतदाता सूची में नयी इंट्री का अनुमोदन-16 जनवरी
मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन – 25 जनवरी 2016