छपरा. प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना 2.0 के तहत नगर निगम क्षेत्र के बेघर और गरीब परिवारों को 30 से 45 दिनों के अंदर अपने पक्के मकान के लिए राशि उपलब्ध करायी जायेगी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी गरीबों को स्थायी आवास प्रदान करना है, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हो सके. नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, इस योजना का लाभ उन परिवारों को मिलेगा जिनके पास जमीन तो है, लेकिन खुद का मकान नहीं है.
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि शहरी गरीबों के लिए इस योजना के तहत लगभग ढाई लाख रुपये की लागत से मकान बनाए जायेंगे. छपरा नगर निगम क्षेत्र में 1575 गरीब परिवारों की सूची तैयार की जा चुकी है और अप्रैल माह से इन परिवारों को प्रथम किस्त की राशि मिलनी शुरू हो जायेगी. इन परिवारों में से 836 का फाइनल वेरिफिकेशन भी पूरा हो चुका है, जबकि शेष का वेरिफिकेशन 31 मार्च तक पूरा कर लिया जायेगा. इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी परिवार के लिए दो कमरे, एक लैट्रिन और एक किचन का निर्माण कराया जायेगा. नगर निगम अधिकारी यह भी बताते हैं कि जिन परिवारों के पास जमीन नहीं है और न ही आवास, उनके लिए भी आवेदन लिया जा रहा है. अब तक इस श्रेणी के 180 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं.आवेदन प्रक्रिया और कागजात
प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत आवेदन करने के लिए परिवारों को आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और अन्य आवश्यक कागजात जमा करने होंगे. आवेदन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने की संभावना है और इसके बाद संबंधित आदेश के अनुसार आगे की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. नगर निगम ने योजना के तहत परिवारों का चयन करने के लिए एक सर्वे भी कराया था. इस सर्वे में 45 कर्मियों को तैनात किया गया था और विभिन्न वार्डों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये थे. यह सर्वे कार्य सुनिश्चित करता है कि पात्र और जरूरतमंद परिवारों को योजना का लाभ मिल सके.बयान
वेरिफिकेशन का कार्य 31 मार्च तक
प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत बेघर लोगों का चयन पूरी तरह से हो चुका है. अब फाइनल वेरिफिकेशन का कार्य 31 मार्च तक पूरा कर लिया जायेगा और जैसे ही राशि आ जायेगी, पहले किस्त की राशि लाभार्थियों के खातों में भेज दी जायेगी. सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त, छपरा नगरनिगमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

