अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती पर एनओसी ऑर्गनाइजेशन से सम्मानित हुईं खुशबू झा सहरसा. अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में एनओसी ऑर्गनाइजेशन द्वारा खुशबू झा को उनके उत्कृष्ट योगदान व महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया. यह आयोजन संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया. जिसका मुख्य उद्देश्य है कि भारतीय महिलाओं में वही साहस, करुणा व नेतृत्व जागृत करना, जिसके लिए अहिल्या बाई होल्कर को इतिहास में आदर के साथ याद किया जाता है. कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट अतिथियों, विद्वानों एवं सामाजिक प्रतिनिधियों ने खुशबू झा की उपलब्धियों की प्रशंसा करते कहा कि उनकी कार्यशैली एवं दृष्टि नयी पीढ़ी की उन महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती है, जो समाज में परिवर्तन लाने का साहस रखती है. खुशबू झा ने सम्मान ग्रहण करते कहा कि अहिल्या बाई होल्कर केवल इतिहास की रानी नहीं थीं. वह भारतीय नारी शक्ति का जीता-जागता प्रतीक थी. इस सम्मान को वह सिर्फ उपलब्धि नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी के रूप में देखती हैं कि वह महिलाओं को और निर्भीक, आत्मनिर्भर व जागरूक बनने की प्रेरणा देती रहें. समारोह का मुख्य आकर्षण महिलाओं के लिए प्रेरणात्मक सेशन, अहिल्या बाई होल्कर के जीवन, उनके प्रशासनिक कौशल व उनकी करुणामय नेतृत्व शैली पर आधारित चर्चाएं रही. समारोह में यह संदेश स्पष्ट रूप से उभरकर आया कि जैसे अहिल्या बाई ने अपने समय में समाज को नयी दिशा दी. वैसे ही आज की महिलाएं भी शक्ति, संवेदनशीलता एवं दूरदर्शिता से भारत का भविष्य गढ़ रही हैं. एन ओसी ऑर्गनाइजेशन एवं संस्कृति मंत्रालय की इस पहल ने यह साबित किया कि अहिल्या बाई की विरासत केवल इतिहास नहीं है. वह आज की हर भारतीय महिला की प्रेरणा है. इसी प्रेरणा को आगे बढ़ाते हुए खुशबू झा जैसी युवा महिलाएं समाज में सकारात्मक परिवर्तन की नयी मिशाल बन रही है.
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