अररिया एसपी की अनुशंसा पर डीआइजी ने लगायी अंतिम मुहर पूर्णिया. पूर्णिया प्रक्षेत्र के डीआइजी प्रमोद कुमार मंडल ने अररिया जिले के रानीगंज अंचल में पदस्थापित पुलिस निरीक्षक राजीव रंजन कुमार को उनके पद से हटा दिया है. डीआइजी ने यह कार्रवाई अररिया एसपी की अनुशंसा पर की है. अररिया एसपी ने अपने अनुशंसा पत्र में कहा है कि पु.नि. राजीव रंजन कुमार, रानीगंज अंचल (अररिया) को अनुभवहीन तथा नेतृत्वहीन पदाधिकारी होने तथा इन्हें बार-बार चेतावनी देने के बावजूद भी इनके कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं होने को लेकर उन्हें रानीगंज अंचल प्रभाग के पद से हटाने की अनुशंसा की जाती है. एसपी ने अपने पत्र में कहा है कि रानीगंज अंचल के क्षेत्राधिकार में कुल 07 थाना क्रमशः 01. रानीगंज, 02.बौसी, 03. भरगामा, 04. नरपतगंज 05.बुरना, 06. बसमतिया 07. फुलकाहा पड़ता है. फुलकाहा थाना क्षेत्र में 12 मार्च 2025 को रात्रि में छापामारी दल के साथ घटित घटना में सअनि राजीव कुमार मल्ल की मृत्यु हो गयी. इस प्रकरण के जांच के क्रम में पाया गया कि तात्कालीन थानाध्यक्ष पुअनि रौनक कुमार वर्ष-2018 बैंच के सीधे प्रतिनियुक्त नये पुलिस पदाधिकारी हैं. उनके अपरिपक्व छापामारी के कारण घटना घटित हुई. पर्यवेक्षी पदाधिकारी पुनि राजीव रंजन कुमार, रानीगंज अंचल, प्रभाग के द्वारा भी पुअनि रौनक कुमार को कोई आवश्यक दिशा निर्देश नही दिया गया था.
एसडीपीओ ने दिया था दिशा-निर्देश
इस घटना से पूर्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अररिया द्वारा 02 नवंबर 2024 को रानीगंज अंचल, कार्यालय का किये गये निरीक्षणोपरांत समर्पित निरीक्षण टिप्पणी में यह उल्लेख करते हुये निर्देश दिया गया था कि यह अंचल का क्षेत्र काफी बड़ा है. इस अंचल के कई थाना क्षेत्र अंतराष्ट्रीय बोर्डर एवं अन्य सीमावर्ती जिला की सीमा से सटे होने के कारण अपराधी इस क्षेत्र में अपराध करने के पश्चात् आसानी से किसी सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में प्रवेश कर जाते हैं. इस कारण गिरफ्तारी में कठिनाई होती है. इस बिन्दू पर पुलिस निरीक्षक रानीगंज को विशेष रूप से सतर्कता बरतते हुये सघन रूप से गश्ती एवं छापामारी करायेंगें और मुख्य अपराध शीर्ष के वांछित अपराधी की गिरफ्तारी सुनिचिश्त करेगें.
प्रतिवेदित कांडो के पर्यवेक्षण में लापरवाही
इसके अलावे इनके द्वारा प्रत्येक माह प्रतिवेदित कांडो का पर्यवेक्षण स-समय निर्गत नही किया जाता है. इसका प्रतिकुल प्रभाव कांडों के निष्पादन पर पड़ता है. माह फरवरी- 2025 का रानीगंज अंचल का दैनिकी के अनुसार पूर्व से लंबित अविशेष कांड संख्या-326 है. माह में प्रतिवेतिद कांडों की संख्या- 126 है. माह में निष्पादित कांडों की संख्या-83 है तथा माह के अंत में लंबित कांडों की संख्या- 369 है.उपरोक्त ऑकड़ा से स्पष्ट है कि पुलिस निरीक्षक रानीगंज के द्वारा प्रतिवेदित कांडों की तुलना में माह फरवरी- 2025 में कम निष्पादन किया गया है. इस संदर्भ में पुनि राजीव रंजन कुमार, रानीगंज अंचल, प्रभाग से स्पष्टीकरण की मांग कि गयी थी. स्पष्टीकरण अप्राप्त है.
आरोप पत्र एवं अंतिम प्रपत्र को लेकर भी ढिलाई
इससे पूर्व माह दिसम्बर- 2024 एवं जनवरी- 2025 में रानीगंज अंचल क्षेत्र में पड़ने वाले सभी नों से कुल 297 विशेष / अविशेष कांडों का निष्पादन दिखाया गया था. इन सभी कांडों में एसपी द्वारा पुनि राजीव रंजन कुमार, रानीगंज अंचल, प्रभाग को शत प्रतिशत आरोप पत्र एवं अंतिम प्रपत्र फिजिकली तौर पर कार्यालय में समर्पित कराने हेतू निर्देशित किया गया था. परंतु निष्पादित कुल 297 विशेष/ अविशेष कांडों के तुलना में कुल 123 विशेष / अविशेष कांडों में ही आरोप पत्र / अंतिम प्रपत्र प्राप्त कराया गया था. इस संदर्भ में स्पष्टीकरण की मांग कि गयी थी.
अनुभवहीन एवं नेतृत्वहीन पदाधिकारी
उक्त तथ्यों से स्पष्ट प्रतीत होता है कि पुनि राजीव रंजन कुमार, रानीगंज अंचल, प्रभाग अनुभवहीन एवं नेतृत्वहीन पदाधिकारी हैं, इन्हें बार-बार चेतावनी देने के बावजूद भी इनके कार्य शैली में कोई बदलाव नही हुआ है. ज्ञातव्य हो कि रानीगंज अंचल अपराधिक गतिविधि एवं सम्प्रदायिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। यहाँ एक कुशल नेतृव्य करने वाले पुलिस पदाधिकारी की आवश्यकता है, जो कार्य योजना तैयार कर कार्या को मूर्त रूप दे सके तथा अधिनस्थ एवं वरीय पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर कार्यों का निष्पादन कर कर सके.फोटो- 20 पूर्णिया 4- डीआइजी
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