पूर्णिया के डीआइजी ने घटना की जांच के बाद की कार्रवाई
पूर्णिया. फुलकाहा थाना अध्यक्ष की लापरवाही की वजह से एएसआइ राजीव कुमार मल्ल की जान चली गयी. पूर्णिया प्रक्षेत्र के डीआइजी के जांचोपरांत यह तथ्य सामने आया है. डीआइजी ने इस मामले में फुलकाहा थाना के थानाध्यक्ष पुअनि रौनक कुमार को निलंबित कर दिया है. गौरतलब है कि गत 12 मार्च की रात एक गांजा तस्कर को गिरफ्तार करने के दौरान धक्का-मुक्की में अररिया जिले के फुलकाहा थाना के एएसआइ राजीव रंजन मल्ल की हुई मौत हो गयी थी. डीआइजी प्रमोद कुमार मंडल ने इस मामले की जांच 13 मार्च को अररिया के एसपी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, फारबिसगंज, अंचल पुलिस निरीक्षक, रानीगंज एवं कांड के अनुसंधानकर्ता महादेव कामत, पुनि फारबिसगंज अंचल की उपस्थिति में की. घटनास्थल का निरीक्षण, गवाहों के बयान और क्षतिग्रस्त गाड़ी के विवरण से स्पष्ट है कि थानाध्यक्ष फुलकाहा, थाना ने गैर-जिम्मेदाराना तरीके से छापेमारी दल का नेतृत्व किया. सरकारी वाहन को उल्टी दिशा में रखा गया, जिस कारण अभियुक्त को गिरफ्तार कर लौटने के क्रम में चालक द्वारा वाहन को बैक नहीं कर पाने के कारण इस कांड के अभियुक्तों द्वारा पुलिस पर हमला कर अपराधी अनमोल यादव को छुड़ा लिया गया तथा वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. थानाध्यक्ष द्वारा आत्मरक्षार्थ तथा छापेमारी दल की सुरक्षा हेतु न फायरिंग की और न कराया गया. इस कारण सअनि राजीव रंजन मल्ल की अभियुक्तों द्वारा धक्का-मुक्की में गिरने से मौत हो गयी. डीआइजी द्वारा जब फुलकाहा थाना पर थाना दैनिकी की जांच की गयी, तो पुलिस अधीक्षक के समक्ष थानाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि डायरी दो दिनों से लंबित है. इसका कोई स्पष्ट कारण थानाध्यक्ष द्वारा नहीं बताया गया. उक्त आरोप में थानाध्यक्ष फुलकाहा थाना पुअनि रौनक कुमार को 18 मार्च से सामान्य जीवन यापन भत्ता पर निलंबित किया जाता है. निलंबन की अवधि में इनका मुख्यालय पुलिस केंद्र अररिया होगा. वाहन चालक, गृहरक्षक 402018 अजय कुमार पासवान को पुलिस केंद्र वापस किया गया है, पुलिस अधीक्षक, अररिया इनका बॉण्ड रद्द करने हेतु प्रस्ताव जिलाधिकारी को समर्पित करेंगे. डीआइजी ने किसी अन्य सुयोग्य पदाधिकारी को थानाध्यक्ष फुलकाहा के पद पर प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया है.क्या थी घटना
गत 12 मार्च की रात भारत-नेपाल सीमा से सटे इलाके में गांजा तस्कर को पकड़ने गये एएसआइ राजीव कुमार मल्ल की मौत धक्का-मुक्की से के क्रम में हो गयी. एसपी ने मामले की जांच के लिए एसआइटी का का गठन किया गया था. इस संबंध में फुलकाहा थाना में मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में 18 लोगों को नामजद एवं 20-25 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें पुलिस द्वारा प्राथमिकी के नामजद छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है.डीआइज़ी बोले
उपरोक्त तथ्यों से स्पष्ट है कि थानाध्यक्ष फुलकाहा थाना पुअनि रौनक कुमार एक गैर-जिम्मेदार, अपरिपक्व तथा छापेमारी के रणनीति से अनभिज्ञ पदाधिकारी हैं. उक्त घटना में इनका कृत्य इनके लापरवाही, मनमानेपन व अनुशासनहीनता का परिचायक है.
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