पूर्णिया. पूर्णिया सिविल सोसाइटी ने नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर शहर की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग की. सोसाइटी के उपाध्यक्ष अरबिंद कुमार झा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल में शामिल अभिमन्यु कुमार मन्नू (उपाध्यक्ष), मुकेश कुमार श्रीवास्तव (संगठन सचिव), चंद्रशेखर दास (संयुक्त सचिव) एवं एके बोस(अंकेक्षण) ने नगर आयुक्त से मिलकर ज्ञापन सौपते हुए कहा कि पिछले वर्षों में नगर निगम द्वारा कई सराहनीय कार्य किए गए, लेकिन वर्तमान में शहरवासी कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं. सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि मंडल को नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि सभी समस्याएं जनहित से जुड़े है प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा. उन्होंने सिविल सोसाइटी के द्वारा समाजिक क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो की सराहना भी किया.
जलजमाव और जलनिकासी की समस्या :
ज्ञापन में बताया गया कि 10-12 वर्ष पहले तक पूर्णिया में जलजमाव की समस्या गंभीर नहीं थी, लेकिन नालों के अतिक्रमण, रखरखाव की कमी और उचित जलनिकासी व्यवस्था न होने से यह समस्या विकराल हो गयी है.अतिक्रमण और ट्रैफिक जाम :
शहर के चौक-चौराहे, सड़कें और बाजारों में अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है, जिससे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. ट्रैफिक जाम की समस्या आम हो गई है, जिसे दूर करने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है.अनाधिकृत स्पीड ब्रेकर से हो रही दुर्घटनाएं:
सड़कों पर अनियमित और ऊंचे स्पीड ब्रेकर बनाए जा रहे हैं, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है और दुर्घटनाएं बढ़ रही है. सिविल सोसाइटी ने मानक अनुसार स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग की है.
शहर में पार्कों की कमी :
पूर्णिया की बढ़ती आबादी को देखते हुए नए पार्कों के निर्माण की मांग उठाई गयी है. महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अधिक ग्रीन स्पेस की आवश्यकता है.
वायु प्रदूषण और पेयजल आपूर्ति:
एक्यूआर स्तर कभी कभी खतरनाक ढ़ंग से 400 तक पहुंच जाती है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है. सड़कों पर नियमित पानी छिड़काव और धूल हटाने की जरूरत है. साथ ही, घर-घर नल जल योजना भी असफल रही है, जिसे प्रभावी रूप से लागू करने की मांग की गयी.
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