हजारीबाग में प्रश्नपत्र रटाने के लिए परीक्षा से पहले 14 मार्च, 2024 को बुलाये गये थे दो हजार से अधिक अभ्यर्थी, छापा पड़ने से पहले निकल गया था मास्टर माइंड संजीव मुखिया अनुज शर्मा, पटना राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातक) 2024 प्रश्नपत्र लीक मामले का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने बीती 24-25 अप्रैल की दरमियानी रात को पटना से गिरफ्तार किया था. इस सफलता के लिए इओयू को तीन लाख के इनाम की घोषणा करनी पड़ी . 11 महीने तक मास्टर माइंड का पीछा किया. आर्थिक अपराध इकाई को झारखंड में अतिरिक्त फोर्स जल्दी मिल गया होता, तो संजीव मुखिया 2024 की 14 मार्च को ही गिरफ्तार कर लिया जाता. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजीव मुखिया ने अपने इकबालिया बयान में स्वीकार किया है. झारखंड के कोहिनूर होटल में पुलिस ने छापा डाला था, उस समय संजीव मुखिया वहां मौजूद था. पुलिस के हत्थे 200 परीक्षार्थी तो चढ़ गये, लेकिन संजीव मुखिया बचकर निकल गया. वह पुलिस के पहुंचने से कुछ देर पहले ही निकला था. संजीव मुखिया ने अपने गिरोह के लोगों को शिक्षक भर्ती परीक्षा टीआरइ -थ्री के लिए बिहार से बाहर अभ्यर्थियों को जुटाने का लक्ष्य दिया था. इसके लिए प्रदीप कुमार, पंकज कुमार उर्फ सहिल और विक्की कुमार को जिम्मेदारी दी थी. झारखंड के हजारीबाग में कोहिनूर होटल सहित कई बैक्वट हॉल बुक कराये गये थे. वहां पर अभ्यर्थियों को परीक्ष का प्रश्नपत्र रटाने के लिए परीक्षा से पहले 14 मार्च, 2024 को दो हजार से अधिक अभ्यर्थी बुलाये गये थे. जब इन अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र की प्रति देकर उत्तर रटाया जा रहा था. हजारों की संख्या में अथ्यर्थियों की मौजूदगी होने के कारण बिहार पुलिस ने हजारीबाग पुलिस से अतिरिक्त फोर्स की मांग की थी. हजारीबाग पुलिस ने उन्हें अतिरिक्त पुलिस बल दिया, लेकिन तब तक सुबह हो चुकी थी. सुबह इओयू, बिहार पुलिस और झारखंड पुलिस ने होटल में छापेमारी की़
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