संवाददाता, पटना/ फुलवारीशरीफ रामकृष्णानगर, कंकड़बाग समेत पूर्वी इलाकों में गांजा की तस्करी करने वाले एक बड़े गैंग का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है. एसटीएफ के इनपुट पर संयुक्त रूप से रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र के चांगड़ स्थित एक मकान में छापेमारी की गयी. मौके से 58 किलो गांजा, 15 लाख 66 हजार 900 रुपये कैश, 6340 पीस गोगो और छह मोबाइल बरामद किया गया है. छह आरोपितों में वैशाली जिले के राघोपुर निवासी रितेश कुमार, कृष्ण कुमार, रौशन कुमार, निखिल कुमार और अनंत कुमार को गिरफ्तार किया गया है. पटना सालिमपुर निवासी विकाश कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पूर्वी एसपी परिचय कुमार ने बताया कि इस पूरे नेटवर्क का सरगना राघोपुर निवासी प्रमोद कुमार उर्फ फौजी है. उसके लिए पवन और राजू काम करते है. ये तीनों मिलकर गांजा बाहर से मंगवाकर इन छह लड़कों को देते हैं और फिर इसे यह मार्केट में सप्लाइ करते हैं. आपस में बांटे हुए थे अलग-अलग काम एसपी ने बताया कि गिरफ्तार छह आरोपितों में तीन लोग गांजा काटने का काम करते हैं. एक पैकेजिंग और दो मार्केट में सप्लाइ करते हैं. दो तरह से ये लोग गांजा सप्लाइ करते हैं. एक तो गांजा को छोटे-छोटे पैकेट में डालकर उसपर प्राइस का लेबल लगाते हैं और दूसरा गोगो में भरकर गांजा को बेचते थे. उन्होंने बताया कि फौजी ने ही मकान मालिक रौशन से किराये पर कमरा लिया था. मकान मालिक की अबतक कोई संलिप्तता नहीं आयी है. यह पिछले पांच महीनों से गांजा का अवैध कारोबार कर रहे थे. फौजी असम से गांजा मंगवाते थे और उसे पवन व राजू को दे देते थे. वह इन छह अपराधियों के पास गांजा को डिलिवरी कर देते थे. बेचने के बाद हर दिन शाम को आकर फौजी कलेक्शन का पैसा ले जाता था. गुमटी की आड़ में गांजा का कारोबार वहीं मुसल्लहपुर थाना की पुलिस ने रामपुर रोड से गुमटी संचालक दीपक कुमार को पांच पैकेट गांजा के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ के बाद पता चला कि वह दिनकर चौक के पास रोहित नाम के व्यक्ति से गांजा ले मार्केट में बेचता है. थानाध्यक्ष ने बताया कि इस महीने गांजा की खरीद-बिक्री करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है.
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