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सूबे में अक्तूबर से हो सकेगा नदियों से बालू का खनन

राज्य की आधा दर्जन नदियों के करीब 40 घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया इसी महीने पूरी हो जायेगी. खान एवं भूतत्व विभाग ने पटना सहित मधुबनी, रोहतास, सारण और औरंगाबाद जिला प्रशासन की मदद से यह प्रक्रिया शुरू की है.

राज्य की आधा दर्जन नदियों के घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया इसी महीने होगी पूरी

संवाददाता, पटना

राज्य की आधा दर्जन नदियों के करीब 40 घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया इसी महीने पूरी हो जायेगी. खान एवं भूतत्व विभाग ने पटना सहित मधुबनी, रोहतास, सारण और औरंगाबाद जिला प्रशासन की मदद से यह प्रक्रिया शुरू की है. इसके तहत गंगा, सोन, पुनपुन, दर्धा, कमला, भूतही बलान और मुनहारा जैसी नदियाें में प्रक्रिया चल रही है. नये घाटों से खनन शुरू होने से जहां राजस्व स्रोत में वृद्धि होगी वहीं निर्माण कार्यों के लिए सहजता से बालू मिल सकेगी. जानकारी के अनुसार पहले करीब 10 जिलों में बालू घाटों की बंदोबस्ती लेने के बाद बंदोबस्तधारियों ने घाट सरेंडर कर दिया था. इनमें से चार की फिर से सफल बंदोबस्ती कर दी गयी है. अन्य 40 घाटों की भी बंदोबस्ती प्रक्रिया जारी है. इन सभी घाटों की बंदोबस्ती हर हाल में सितंबर के मध्य और अंत तक कर दी जायेगी जिससे अक्तूबर से नदियों से एक बार फिर बालू का खनन शुरू करने की कोशिश होगी.

अवैध बालू खनन-भंडारण को बढ़ावा देने के आरोप में चार अफसरों पर कार्रवाई

बालू के अवैध खनन और इसके भंडारण के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आरोप में राज्य सरकार ने खान एवं भूतत्व विभाग के चार अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिये हैं. इनमें तीन खान निरीक्षक और एक तत्कालीन खनिज विकास पदाधिकारी शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार मोतिहारी में तैनात तत्कालीन खनिज विकास पदाधिकारी रागिनी कुमारी पर आरोप है कि उन्होंने संज्ञान में रहने के बाद भी अवैध खनन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की. इसी प्रकार तत्कालीन खान निरीक्षक अंजनी कुमार पर आरोप है कि उन्होंने अवैध बालू खनन, परिवहन और भंडारण की रोकथाम के लिए कोई कार्रवाई नहीं की, साथ ही इसे बढ़ावा दिया.

जानकारी के अनुसार औरंगाबाद के तत्कालीन खान निरीक्षक मो इकबाल हुसैन और रूपा कुमारी पर भी यह आरोप है कि इन्होंने अपने पदस्थापन के दौरान अवैध बालू भंडारण करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसे में चारों अधिकारियों पर आरोप लगने के बाद इनसे कारण भी पूछा गया.

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