बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भूमि सुधार उप समाहर्ता (डीसीएलआर) के काम की समीक्षा कर रैंकिग जारी की है. इसमें सुपौल के निर्मली के डीसीएलआर ने सौ में से 83.15 अंक हासिल कर पहला स्थान पाया है. पूर्वी चंपारण के अरेराज के डीसीएलआर ने 79.19 के साथ दूसरा तथा चकिया के पदाधिकारी ने 78.17 अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया है.
32 डीसीएलआर 50 फीसदी भी काम नहीं कर सके
प्रदेश के करीब तीन दर्जन अनुमंडल ऐसे हैं जहां के डीसीएलआर ने 50 फीसदी काम भी पूरा नहीं किया है. सबसे खराब काम कर मुंगेर के हवेली खगड़पुर के डीसीएलआर ने किया. 27.11 अंक के साथ वे सबसे निचले पायदान 101 वें स्थान पर हैं. सहरसा सिमिरी बख्तियारपर के डीसीएलआर 28.18 अंक पाकर 100 तथा भोजपुर के आरा सदर के 33.28 अंक के साथ 99 वें स्थान पर रहे.
भूमि विवाद संबंधी मामले डीसीएलआर कोर्ट में दायर कर सकते हैं
बिहार भूमि विवाद निराकरण अधिनियम 2009 के द्वारा डीसीएलआर को छोटे-मोटे रैयती जमीन विवाद को सुलझाने के लिए सक्षम प्राधिकार बनाया गया है. ऐसे में कोई भी व्यक्ति सीधे जमीन के स्वामित्व अभिलेख संबंधी मामले, जमाबंदी मामले, रैयतो की जबरन बेदखली, सीमा विवाद आदि से संबंधित आवेदन डीसीएलआर कोर्ट में दायर कर सकते हैं.
यहां के डीसीएलआर ने किया बेहतर काम
अनुमंडल - अंक - स्थान
बांका - 77.28 - 4
मढौरा - 75.79 - 5
महनार - 75.49 - 6
रक्सौल - 74.13 - 7
मधेपुरा - 74.04 - 8
पिपरी - 73.62 - 9
दानापुर - 72.68 - 10
यहां के डीसीएलआर ने किया खराब काम
अनुमंडल - अंक - स्थान
बीरपुर - 35.60 - 98
फारबिसगंज - 35.76 - 97
सहरसा सदर - 36.55 - 96
टिकारी - 37.36 - 95
रोहतास डेहरी - 38.90 - 94
सासाराम - 39.22 - 93