Gazetteer: पटना. बिहार के सीमांचल के सात जिलों में जिला गजेटियरों की पांडुलिपि तैयार की जायेगी. इनमें पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिला शामिल हैं. प्रस्तावित गजेटियरों में संबंधित जिले से जुड़ी हर महत्वपूर्ण और ताजा जानकारी उपलब्ध रहेगी. इसका मकसद शासन और प्रशासन के कामकाज को सुगम बनाना है. साथ ही गजेटियरों को तैयार के बाद संबंधित जिले की जानकारी आमलोगों को उपलब्ध हो सकेगी. इतना ही नहीं बिहार के इन जिला गजेटियरों की डिजिटल प्रति भी वेबसाइट के माध्यम से आम लोगों के उपयोग के लिए जारी की जायेगी. इसका फायदा छात्र-छात्राओं को भी मिलेगा.
पहले भी हो चुकी है कोशिश
बताया जाता है कि इससे पहले भी इन जिलों के गजेटियरों की पांडुलिपि तैयार करने के लिए निविदा निकाली गई थी, लेकिन तकनीकी वजहों से उसे रद्द कर दिया गया. एक बार फिर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इसे प्रकाशित करने का फैसला किया है. इस बार भी विभाग पांडुलिपि तैयार करने के लिए एजेंसी की मदद लेने का निर्णय लिया है. साथ ही एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अगले दो महीने में पांडुलिपि तैयार करने का काम शुरू होने की संभावना है.
1970 में गजेटियर का हुआ था अंतिम प्रकाशन
इससे पहले वर्ष 1970 में गजेटियर का अंतिम प्रकाशन हुआ था. उस समय इन सात में अधिकांश जिले भागलपुर जिले का हिस्सा थे. ऐसे में दशकों पुराने दस्तावेजों की जरूरत इन जिलों के लिए होने पर इसकी खोज भागलपुर जिला आकर करनी पड़ती थी. ऐसे में सभी जिलों का अलग-अलग गजेटियर तैयार होने के बाद यह समस्या खत्म हो जायेगी. नये गजेटियर में सरकार के संबंधित सभी विभागों की जिलास्तरीय जानकारी रहेगी. साथ ही जिले में चलाई जा रही राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं और उसके फलाफल की भी जानकारी रहेगी.
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