संवाददाता,पटना राज्य सरकार निर्धारित कर संग्रह लक्ष्य से अधिक संग्रह करने के लिए विशेष रणनीति बनाकर काम कर रही है. राज्य के राजस्व संग्रह में सबसे अधिक योगदान करने वाला वाणिज्य कर विभाग ने भी इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. विभाग चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के अपने निर्धारित कर संग्रह लक्ष्य से अधिक संग्रह करने की तैयारी में है. इसके लिए वाणिज्य कर विभाग कर संग्रह बढ़ाने के लिए वस्तुओं को सेक्टर में बांट कर निगरानी की तैयारी की है. खासकर ऐसे वस्तुओं पर विशेष निगरानी रखी जायेगी, जिसमें कर चोरी की संभावना सबसे अधिक रहती है.वाणिज्य – कर विभाग से सीमेंट और लोहे का छड़,बैंक्वेट हॉल, ड्राइफ्रूट,हार्डवेयर, रेडिमेड गारमेंट्स , वर्क्स कांट्रेक्टर आदि को अलग-अलग सेक्टर में बांटा गया है.सूत्रों के अनुसार इन सेक्टरों की निगरानी विशेष एप के माध्यम से की जा रही है. वर्ष 2024 -25 में वाणिज्य कर विभाग को 42500 करोड़ के राजस्व संग्रह का लक्ष्य दिया गया था.इसकी तुलना में मुकाबले विभाग ने कुल 41,586.75 करोड़ का कर संग्रह हुआ था.यह निर्धारित लक्ष्य का 97.85 % है. चालू वित्तीय वर्ष में विभाग के लिए 46500 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है, जबकि वर्ष 2023-24 में विभाग को 39550 करोड़ कर संग्रह लक्ष्य दिया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है