व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर उठकर साझा लक्ष्य को दें प्राथमिकता
बिहार विधानसभा चुनाव करीब आते ही भाजपा ने अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है. शनिवार को पटना पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजकीय अतिथिशाला में पार्टी के कोर ग्रुप, प्रदेश पदाधिकारियों और बिहार सरकार में भाजपा कोटे के मंत्रियों के साथ गहन चर्चा की. नड्डा ने साफ कहा कि यह चुनाव केवल सीटों का नहीं, बल्कि गठबंधन धर्म की असली परीक्षा है. एनडीए तभी जीत पायेगा जब सभी नेता निजी अहंकार को छोड़कर साझा लक्ष्य को सर्वोपरि मानेंगे.बैठक में नड्डा ने बिहार भाजपा की तैयारियों का फीडबैक लिया और विधानसभावार सम्मेलन, बूथ प्रबंधन से लेकर कार्यकर्ताओं के समन्वय जैसे मुद्दों पर मंथन किया. उन्होंने जोर दिया कि आने वाले दिनों में संगठनात्मक कार्यक्रमों को और सशक्त बनाया जाए, ताकि एनडीए की पकड़ समाज में और गहरी हो. उनका कहना था कि गठबंधन की मजबूती ही एनडीए की जीत का मूल आधार बनेगी.
समीक्षा बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह व नित्यानंद राय, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. नड्डा की नसीहत को नेताओं ने चुनावी संदेश के रूप में लिया. यह भी संकेत मिला कि भाजपा अब किसी भी आंतरिक मतभेद को सामने आने से रोकते हुए संगठित रूप से चुनाव मैदान में उतरेगी. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, नड्डा का यह संदेश न केवल भाजपा, बल्कि उसके सहयोगियों के लिए भी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर उठकर साझा एजेंडा और सामूहिक नेतृत्व को प्राथमिकता देना ही जीत की असली गारंटी होगी. चुनावी माहौल में नड्डा का यह रुख दर्शाता है कि भाजपा जनता के बीच गठबंधन की एकजुटता को ही सबसे बड़ा संदेश बनाने की रणनीति पर काम कर रही है.
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