संवाददाता, पटना पूर्व उपमुख्यमंत्री व पद्मविभूषित नेता सुशील कुमार मोदी की पहली पुण्यतिथि के मौके पर पटना के रवींद्र भवन में मंगलवार को भाजपा द्वारा स्मरणांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस मौके पर प्रदेश के तमाम बड़े नेताओं के साथ सुशील मोदी की पत्नी जेसी मोदी भी मौजूद रहीं. उन्होंने मंच से दिवंगत नेता से जुड़ी कई निजी यादें साझा कीं. मंच से अपने संबोधन में जेसी मोदी ने कहा, मुझे राजनीति नहीं आती है. मैं अपने बच्चों के साथ खुश हूं. अब दोनों बेटों के पास बारी-बारी से जाती हूं. हालांकि, जब कार्यक्रम के बाद पत्रकारों ने उनसे राजनीति में आने की संभावनाओं पर सवाल किया, तो उन्होंने कहा, जरूरत पड़ी तो चुनाव लड़ सकती हूं. जैसे ही उनसे दूसरा सवाल पूछा गया तो उन्होंने पलटकर जवाब दिया, आप लोगों ने मेरा भाषण नहीं सुना क्या? इसके बाद वे अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गईं. जेसी जॉर्ज मोदी एक कॉलेज में प्रोफेसर थीं और अब सेवानिवृत्त हो चुकी हैं. सभा के दौरान जेसी मोदी भावुक हुईं स्मरणांजलि सभा के दौरान जेसी मोदी भावुक भी हुईं. उन्होंने बताया कि सुशील मोदी सार्वजनिक जीवन में जितने व्यस्त रहते थे, निजी जीवन में उतना ही कम समय दे पाते थे. कई बार गुस्से में कहती थी कि वापस मुंबई लौट जाऊंगी, लेकिन वे कहते थे कि मैं तुम्हें नहीं छोड़ूंगा. यही बात मुझे उनके साथ जोड़े रखी. उन्होंने यह भी बताया कि सुशील मोदी और नीतीश कुमार की दोस्ती गहरी थी. एक बार पूछने पर सुशील मोदी ने कहा था, नीतीश मेरे सबसे अच्छे दोस्त हैं. इतना कहकर उनकी आंखें भर आयी. जेसी मोदी ने एक गरीब किसान का भी जिक्र किया, जो अपनी पहली फसल के चार टमाटर और कुछ गोभी लेकर उन्हें भेंट देने आया था. उस किसान की भावना देखकर सुशील मोदी भावुक हो गए थे.
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