मोकामा. थाना क्षेत्र अंतर्गत चिंतामणिचक वार्ड संख्या 21 निवासी अमृत शेखर सिन्हा के अपहरण के मामले में तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. पीड़ित परिवार और स्थानीय लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं. वहीं मोकामा थाना की पुलिस जांच चल रही है, से आगे नहीं बढ़ रही है. अपहृत युवक की मां, बहन सहित अन्य घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल है. दरअसल अमृत शेखर सिन्हा चिंतामणिचक निवासी विनय कुमार सिन्हा के पुत्र हैं. विनय कुमार सिन्हा सपरिवार रांची में रहते हैं. अमृत शेखर सिन्हा की शादी तय हुई थी और बुधवार को शगुन फलदान व रविवार को विवाह का कार्यक्रम तय था. सोमवार की शाम करीब पांच बजे बाल, दाढ़ी ठीक कराने की बात कहकर अमृत घर से बाजार के लिए निकले थे. परिजनों के अनुसार करीब साढ़े आठ, नौ बजे तक जब वो घर नहीं लौटे तो उन्हें फोन किया गया. अमृत ने फोन रिसीव नहीं किया और व्हाट्सएप पर मैसेज कर बताया कि मोबाइल डिस्चार्ज होने वाला है, वो घर ही आ रहा है. उसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया लेकिन वो घर नहीं लौटा. परेशान परिजन ढूंढते हुए बाजार और हर संभावित जगह गये, लेकिन कुछ पता नहीं चला. सोमवार की देर रात उन्होंने मोकामा थाना में इस संबंध में लिखित आवेदन दिया लेकिन गुरुवार रात तक न युवक का कुछ पता चला और न ही पुलिस कुछ बोल रही है.
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