Bihar Politics: पटना में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर राज्य सरकार पर करारा प्रहार किया है. शुक्रवार को आरजेडी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने राज्य के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार को संस्थागत रूप देने का आरोप लगाते हुए कहा कि “बिहार में सरकारी खजाना खुलेआम लूटा जा रहा है और जेडीयू सरकारी पैसों से चुनाव प्रचार कर रही है.”
तेजस्वी ने कहा कि ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम के नाम पर 225 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिसमें 600 डिजिटल प्रचार रथ मंगवाए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरी योजना के पीछे चुनावी लाभ की मंशा छिपी है. यह चुनावी प्रचार का नया तरीका है, जिसमें जनता के पैसों से दल का प्रचार हो रहा है.
बिहार में भ्रष्टाचार संगठित रूप ले चुका है
उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य सरकार 4.06 लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुई है और सिर्फ ब्याज चुकाने में 25 से 30 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. उन्होंने कुछ दस्तावेज भी दिखाए और कहा कि बिहार में अब भ्रष्टाचार एक संगठित उद्योग का रूप ले चुका है.
मंत्री कमीशन के रूप में ठेकेदार से पैसा कमा रहे हैं
उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान ये भी कहा कि, बिहार सरकार के मंत्री कमीशन के रूप में ठेकेदार से पैसा कमा रहे हैं. बिहार के ठेकेदारों को काम नहीं मिल रहा क्योंकि बाहर के ठेकेदारों से 30 प्रतिशत कमीशन फिक्स है. योजनाओं में तत्काल टेंडर निकालकर चुनाव कमिश्नर से खर्च निकालना चाहते हैं. जो लोग अभी सरकार में है वे जानते हैं कि अब दोबारा सरकार नहीं बनेगी. इसलिए आनन-फानन में लूटने के चक्कर में लगे हुए हैं.
तेजस्वी यादव ने आगे बोला कि 688 करोड़ रुपए बिल्डिंग को साफ सफाई करने के लिए सरकार खर्च कर रही है. आउटसोर्सिंग के माध्यम से इतना बड़ा ठेका दिया गया है. संगठित तौर पर यह भ्रष्टाचार किया जा रहा है. सरकार इतना खर्च कर रही है फिर सरकारी नौकरी क्यों नहीं दी जा रही है. बिहार में नल जल योजना में बड़ी लूट हो रही है. बिहार में इस योजना का कितना बुरा हाल है सबको पता है.
सीओ, बीडीओ से लेकर पुलिस तंत्र तक रिश्वतखोरी का बोलबाला है
तेजस्वी ने प्रशासनिक तंत्र पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार 5000 राज्य में पुल पुलिया बनाया है जिसका का उपयोग नहीं हो रहा है. “सीओ, बीडीओ से लेकर पुलिस तंत्र तक रिश्वतखोरी का बोलबाला है. आम जनता दलाली और अफसरशाही से त्रस्त हो चुकी है.”इस दौरान तेजस्वी ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार को खुद भी अपने भविष्य पर भरोसा नहीं है, इसलिए जाते-जाते खजाने पर हाथ साफ किया जा रहा है.