Bihar News: पटना के खगौल महिला कॉलेज में ग्रेजुएशन पार्ट वन (कॉमर्स) की पढ़ाई कर रही सब इंस्पेक्टर संजय मिश्रा की 20 वर्षीया बेटी ने आर ब्लॉक ओवर ब्रिज से कूद कर आत्महत्या कर ली. घटना बीते गुरुवार की दोपहर 12:25 बजे की है. घटना के समय वह अपने घर से बुआ के घर जाने की बात कह अकेले निकली थी. मौत की जानकारी मिलते ही परिवार सहित इलाके में सनसनी फैल गयी. पुलिस शव को कब्जे में लेकर आइजीआइएमएस में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, इसके बाद देर शाम को परिजनों ने पोस्टमार्टम कराया. पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या का कारण डिप्रेशन बता रही है.
पुलिस के मुताबिक मृतका के पिता संजय मिश्रा अपनी पत्नी के साथ एक दिसंबर को सीवान अपने पैतृक गांव एक शादी समारोह में गये थे. श्वेतांगी घर में अकेले थी और रात में सोने के लिए अपना किराया का मकान बंद कर पास में रहने वाली अपनी बुआ के घर सोने चली गयी. उसी रात सब इंस्पेक्टर के घर चोरों ने 30 हजार नकद व करीब चार लाख का सोने, चांदी का गहना व नकदी लेकर फरार हो गये. जिसका एफआइआर दो दिसंबर को गर्दनीबाग थाने में दर्ज कराया गया. बताया जा रहा है कि चोरी की वजह से श्वेतांगी डिप्रेशन में आ गयी और आत्महत्या कर ली
पुल की ऊंचाई देखी और लगा दी छलांग
मृतका के पिता संजय मिश्रा पटना निगरानी विभाग (विजिलेंस) में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. वह सीवान जिले के महाराजगंज के स्थायी निवासी हैं. पिछले 14 साल से वह गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के यारपुर देवी स्थान शिवाजी पथ स्थित रत्नेश्वर तिवारी के मकान में किराये के मकान में रहते हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक छात्रा किसी बात से नाराज थी और आत्महत्या करने से पहले ओवर ब्रिज पर 20 मिनट तक करीब आधे किलोमीटर चली. बताया जा रहा है कि छात्रा ब्रिज का सबसे ऊंचाई का हिस्सा खोज रही थी. वहीं, ब्रिज के बीच में बने गोलंबर पर आयी और वहां बने एलिवेटेड रोटरी के नीचे करीब 36 फुट की ऊंचाई से कूदकर अपनी जान दे दी. जहां मौके पर ही उसकी मौत हो गयी.
नीचे आयी धड़ाम सी आवाज, दौड़कर पहुंचे पुलिसकर्मी
36 फुट की ऊंचाई से छात्रा जैसे ही नीचे रोटरी में गिरी धड़ाम से आवाज आयी. रोटरी के पास चेक पोस्ट पर ऑन ड्यूटी ट्रैफिक पुलिस के जवान दौड़कर देखे तो घटनास्थल पर श्वेतांगी की लाश पड़ी थी. घटना के समय कांस्टेबल अरुण कुमार संत्री की ड्यूटी दे रहे थे. पूछताछ में उन्होंने बताया कि मौत से पहले छात्रा गोलंबर के चारों तरफ घूम रही थी. तभी अचानक से धड़ाम की जोर से आवाज आयी. आनन-फानन में दर्जनों की संख्या में स्थानीय लोग व दुकानदार पहुंचे, मृतका की नब्ज को चेक किया गया, लेकिन छात्रा मर चुकी थी.
कूदते देख बाइक वाले दौड़े बचाने को
छात्रा को कूदते कुछ बाइक वालों ने देखा. बचाने के लिए दो बाइक वाले दौड़े लेकिन उससे पहले वह कूद चुकी थी. सिपाही अरुण की मानें तो करीब आधा दर्जन बाइक सवार ने बचाने की कोशिश की थी. लेकिन पांच से सात मिनट के अंदर ही पूरी घटना हो गयी. पुलिस ने मौके से मृतका का मोबाइल व चप्पल बरामद किया. श्वेतांगी का एक छोटा भाई है.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
सचिवालय थाना प्रभारी चंद्रशेखर प्रसाद गुप्ता ने कहा कि प्रथम जांच में पता चला कि एक दिसंबर को घर में चोरी होने की वजह से वह डिप्रेशन में थी. अगले दिन जब उसके परिजन घर में आये तो वह रोने लगी और खुद को गुनाहगार बताया. मृतका का कहना था कि अगर वह बुआ के घर नहीं जाती तो चोरी नहीं होती. पुलिस को छात्रा का मोबाइल मिला है, जिसका सीडीआर निकाला जायेगा. वहीं परिजन के आवेदन के अनुसार भी पुलिस मामले की जांच करेगी.
Posted By: Utpal kant