Martyr Mohammad Imtiaz : पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर के आर.एस. पुरा सेक्टर में 10 मई 2025 को की गई गोलीबारी में शहीद हुए BSF के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर आज पटना एयरपोर्ट पहुंचा. शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद उनकी शव यात्रा उनके पैतृक आवास के लिए रवाना की गई. इस मौके पर बिहार सरकार के कई मंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पटना एयरपोर्ट पहुंचे और शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि अर्पित की.
शहीद के अंतिम दर्शन के लिए पटना एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि सभा
शहीद इम्तियाज के पार्थिव शरीर को इंडिगो की विमान से पटना लाया गया. उनके शव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और फिर पटना एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, श्रवण कुमार, नितिन नवीन और अन्य नेताओं ने शहीद को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की.
मोहम्मद इम्तियाज का शौर्य और बलिदान
मोहम्मद इम्तियाज बिहार के छपरा जिले के नारायणपुर गांव के निवासी थे. 10 मई को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर मातृभूमि की रक्षा की. वे अग्रिम चौकी पर तैनात थे और पूरी बहादुरी से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शहीद हो गए. उनके गांव में इस शहादत की खबर आते ही हर आंख नम हो गई, लेकिन साथ ही इस बात पर भी गर्व था कि उनके गांव के एक वीर जवान ने देश के लिए अपनी जान दी.
गांव में शोक और गर्व का माहौल
मोहम्मद इम्तियाज के शहीद होने की खबर से नारायणपुर गांव में शोक का माहौल था, लेकिन लोग अपनी शहादत पर गर्व महसूस कर रहे थे. इम्तियाज के बचपन के दोस्त और जिला कांग्रेस अध्यक्ष बच्चू प्रसाद वीरु ने बताया कि इम्तियाज हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते थे. उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत था और उनकी शहादत ने पूरे गांव को गौरवान्वित किया.
भारत का वीर सपूत
मोहम्मद इम्तियाज की शहादत ने यह साबित किया है कि हमारी सीमाओं पर तैनात जवान अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा करते हैं. शहीद इम्तियाज की बहादुरी और उनके बलिदान को देश हमेशा याद करेगा और उनका नाम हमेशा सम्मान के साथ लिया जाएगा.