Arrah Station Murder: बिहार के आरा रेलवे स्टेशन में मंगलवार की रात को खूनी खेल से दहशत फैला रहा. एक सिरफिरे ने पिता-पुत्री को मौत के घाट उतार दिया और फिर खुद को भी गोली मार ली. स्टेशन में ताबड़तोड़ गोलीबारी से अफरा-तफरी मची रही. मृतकों में नवादा थाना क्षेत्र के 55 वर्षीय अनिल कुमार और उनकी बेटी जिया उर्फ आयुषी (18 वर्ष) भी हैं. दोनों की हत्या करने वाला अमन(29 वर्ष) ने भी खुदकुशी कर ली. इस घटना ने एक शिक्षिका के परिवार को मिनट भर में उजाड़ दिया.
बड़ी बेटी आईआईटीयन, छोटी बेटी एमबीए की कर रही थी तैयारी
नवादा थाना क्षेत्र के 55 वर्षीय अनिल कुमार बीमा एजेंट थे. उनकी पत्नी पेशे से शिक्षिका हैं. अनिल कुमार आरा के गोढ़ना रोड में रहते थे. दो महीने पहले ही भेलाई रोड में उन्होंने अपना नया मकान बनाकर गृह प्रवेश किया था. पूरा परिवार बेहद खुश था. अनिल कुमार की बड़ी बेटी आईआइटी से पढ़कर हैदराबाद में प्राइवेट कंपनी में जॉब करती है. उनकी छोटी बेटी आयुषी भी अपने सपनों की ओर बढ़ रही थी. लेकिन काल ने कुछ और तैयारी कर रखी थी.
सिरफिरे ने पिता-पुत्री को मारी गोली
आयुषी दिल्ली में रहकर एमबीए की तैयारी करती थी. वो अपने घर इन दिनों आयी थी. मंगलवार को उसकी ट्रेन थी. पिता अनिल कुमार अपनी बेटी को दिल्ली की ट्रेन में बैठाने आए थे. पिता-पुत्री स्टेशन पहुंचे. प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए फुटओवर ब्रिज पर आगे बढ़ ही रहे थे कि एक सिरफिरे ने आयुषी के पिता अनिल को गोली मार दी. जबतक बेटी कुछ समझ पाती उसने आयुषी को भी गोली मार दी. दोनों की हत्या करने के बाद सनकी ने खुद को भी गोली से उड़ा लिया.
पिता और बेटी को आखिरी विदाई
आयुषी को उसकी मां ने भारी मन से विदा किया था. लेकिन एक उम्मीद थी कि जिस तरह बड़ी बेटी ने सफलता हासिल करके उनका नाम रौशन किया उसी तरह आयुषी भी अपने लक्ष्य को पाएगी. लेकिन शिक्षिका को यह भनक नहीं होगी कि वो आयुषी और अपने पति को आखिरी विदाई दे रही है.
उजड़ गया शिक्षिका का परिवार
जब परिवार को इस घटना की जानकारी मिली तो आयुषी और अनिल के परिजन बिलखते हुए स्टेशन पहुंचे. शिक्षिका का हंसता-खेलता परिवार पल भर में एक सनकी ने उजाड़ दिया. इस हत्याकांड को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है.