नीट परीक्षार्थियों ने किया दावा वाट्सएप पर सुबह ही जारी हो
गया था प्रश्नपत्र
पटना : नेशनल एंट्रांस कम एजिब्लिटी टेस्ट (नीट) 2017 का प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू हाेने के दो घंटा 45 मिनट पहले परीक्षा केंद्र के बाहर आ गया था. परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू होना था, लेकिन सुबह 7.16 बजे ही प्रश्नपत्र वाट्सएप पर आ गया था. केमेस्ट्री के कुछ प्रश्न हूबहू मिले हैं, जो परीक्षा हॉल में प्रश्नपत्र मिले में थे. अब नीट अभ्यर्थी 7 मई, 2017 को 7.16 बजे वाट्सएप पर जारी इस प्रश्नपत्र को कोर्ट लेने जाने की तैयारी कर रहे हैं. साथ ही सीबीएसइ के पास भी इन प्रश्नों को भेजने की योजना बनायी जा रही है. अभ्यर्थियों की मानें ताे अधिकतर परीक्षा केंद्रों पर सुबह ही प्रश्नपत्र वाट्सएप के माध्यम से कई अभ्यर्थियों को उपलब्ध हो गया था.
केंद्र पर उपलब्ध कराये गये थे प्रश्नपत्र और उसके उत्तर : नीट परीक्षा के पहले केंद्रों पर सेटर ने कई अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र के साथ उत्तर उपलब्ध कराया था. जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र और उसके उत्तर उपलब्ध कराये गये थे, उन्हें प्रश्न के साथ उत्तर लिखकर भेजा गया था. इन प्रश्न और उत्तर के लिए अभ्यर्थी के पास मात्र दो घंटे का समय था. इस दौरान अभ्यर्थियों ने प्रश्न और उसके उत्तर को पहले याद किया और फिर उन्होंने परीक्षा हॉल में प्रवेश किया. सेटर ने जितने प्रश्न उपलब्ध कराये, उसके उत्तर भी भेजे गये थे. सेटर ने इसकी जानकारी अभ्यर्थियों को पहले ही फोन पर दे दिया था.
तीन घंटे पहले बुलाया गया था केंद्र पर : जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र और उत्तर उपलब्ध कराये गये, उन्हें तीन घंटे पहले केंद्र पर बुलाया गया था. ज्ञात हो कि इस बार परीक्षा केंद्र पर आने के लिए दो समय अभ्यर्थियों को दिया गया था. एक 7.30 से 8.30 और दूसरा 8.30 से 9.30 बजे तक. जिन अभ्यर्थियों को 8.30 बजे बुलाया गया था, उन्हें सेटर ने सात बजे तक आ जाने को कहा था. प्रश्न और उसके उत्तर उन्हें वाट्सएप पर सेटर ने अपने सामने दिया और उन्हें याद कराया. इसके बाद अभ्यर्थी की इंट्री 9.30 बजे करायी. नीट अभ्यर्थी आलोक तिवारी ने बताया कि प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने के कई घंटे पहले ही आउट हो गया था, लेकिन यह सीबीएसइ मानने को तैयार नहीं है.
एफआइआर काॅपी नहीं मिलने से कोर्ट का रास्ता है बंद : नीट अभ्यर्थी हाइकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसइ के खिलाफ जाना चाह रहे हैं, लेकिन थाने से एफआइआर की कॉपी नहीं मिल पा रही है. अभ्यर्थी अालोक तिवारी ने बताया कि पत्रकार नगर थाना में एफआइआर कॉपी के लिए आवेदन भी दिया था, लेकिन एफआइआर कॉपी नहीं मिली. साथ ही सीजीएम कोर्ट से भी एफआइआर काॅपी नहीं मिल पायी है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट में मामला नहीं पहुंच पा रहा है.