पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि एवं उद्योग को बिहार का मौलिक क्षेत्र बताते हुए प्रदेश में औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 के अधिसूचित कर दिए जाने के मद्देनजर आज उद्यमियों से अधिक से अधिक निवेश करने पर जोर दिया. मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद कक्ष में अपनी अध्यक्षता में आयोजित उद्यमी पंचायत को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि कृषि और उद्योग मौलिक क्षेत्र है. इसके विकास से बिहार का विकास होगा. बिहार में इनकी बहुत संभावनायें हैं.
सीएम नीतीश ने कहा कि पिछली औद्योगिक नीति सेनयी औद्योगिक नीति के बीच परिवर्तन की अवधि के दौरान उठने वाले मुददों पर सही रुप से जांच कर उस पर निर्णय लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जायेगा. इस समिति में वित्त, वाणिज्यकर एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव भी सदस्य होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों के विकास के लिये निजी औद्योगिक क्षेत्र का विकास अति महत्वपूर्ण है. उन्होंने बैठक में आये हुये उद्यमियों को इस क्षेत्र में कार्य करने के लिये कहा. उन्होंने कहा कि बिहार में औद्योगिक निवेश हेतु अनुकूल वातावरण बना है. आधारभूत संरचना यथा सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य एवं शिक्षा सहित सभी आवश्यक क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है. बिहार में कानून का राज स्थापित किया गया है.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार एक बड़ा बाजार होने के साथ यह प्रदेश मानव शक्ति से भरपूर है. बिहार में औद्योगिक शीर्ष पर पहुंचने के लिये सभी क्षमतायें मौजूद है. उन्होंने कहा कि बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 के अधिसूचित होने के बाद यह प्रथम उद्यमी पंचायत का आयोजन किया गया है और उद्यमी पंचायत के आयोजन की नियमित परंपरा जारी रहेगी.
मुख्यमंत्री ने इस उद्यमी पंचायत में उठाये गये बिन्दुओं पर कार्रवाई अगले उद्यमी पंचायत के आयोजन से पूर्व करने का भी निर्देश दिया. इस उद्यमी पंचायत के दौरान अन्य उद्यमियों के साथ बिहार चेम्बर आफ कामर्स के अध्यक्ष ओ पी साह , बिहार उद्योग संघ के अध्यक्ष रामलाल खेतान, बिहार उद्योग संघ के पूर्व अध्यक्ष पी एस केसरी, पूर्व उपाध्यक्षगण संजय गोयनका, जे पी सिंह तथा सदस्य राजू गुप्ता, बिहार चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्टरीज के कार्यकारी सदस्य रामाशंकर प्रसाद, बिहार चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्टरीज के पूर्व अध्यक्ष एवं इन्डस्टरी सब कमिटी के चेयरमैन पी के अग्रवाल ने अपनी बातें रखी.
उद्यमी पंचायत के दौरान उद्यमियों के प्रतिनिधियों द्वारा रखी गयी बातों एवं मांगों पर सरकार द्वारा विचारोपरान्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया. उद्यमी पंचायत के बाद उद्योग विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ ने कहा कि उद्यमियों द्वारा सब्सिडी, बिजली सबसिडी तथा निजी औद्योगिक क्षेत्र आदि से संबंधित मांगे रखी गयी है जिनपर सरकार विचार कर कार्रवाई करेगी.
इस उद्यमी पंचायत में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दकी, शिक्षा तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अशोक चौधरी, उर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा सहित संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे.