पटना : उत्तर-प्रदेश का विधान सभा चुनाव ‘देश का चुनाव’ साबित होगा. यूपी में बिहार की ही तरह भाजपा को करारी शिकस्त देने के लिए वाम-दल एक हो कर लड़ेंगे. यूपी इलेक्शन को ले कर वाम एकता के मुद्दे पर सभी वाम दलों का शीघ्र ही बैठक होगी. मंगलवार को भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि यूपी चुनाव को ले कर भाकपा-माले सक्रिय है. जहां-तक महागंठबंधन का सवाल है, यूपी चुनाव में उसकी क्या भूमिका होगी, उस पर हम नजर रख रहें हैं.
बिहार में उड़ रही है सुशासन की धज्जियां-दीपंकर
उन्होंने कहा कि 29 जुलाई से शुरू होने जा रहे बिहार विधानसभा के सत्र में माले के विधायक जनता के मुद्दों पर मुखर रहेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय और सुशासन का हर दिन धज्जियां उड़ रही हैं. मुजफ्फरपुर में दलित अत्याचार की घटना से बिहार सरकार की साख को जबरदस्त बट्टा लगा है. बिहार में जिस तरह अपराध और भ्रष्टाचार बढ़े हैं, उससे सामाजिक न्याय और सुशासन का दावा करने वालों की पोल खुल गयी है. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था, औद्योगिक सुधार और भूमि सुधार के मोरचे पर सुपर-फ्लॉप साबित हुई है. नीतीश कुमार सिर्फ हवा में बातें कर रहे हैं.
भाजपा पर जमकर बरसे दीपंकर
दीपंकर ने कहा कि समाज में भाजपा की बर्बर सोच से देश त्रस्त है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज में दलितों, अल्पसंख्यकों और छात्रों पर हमले तेज हुए हैं. उसके हमलों के शिकार किसान भी हो रहे हैं. गुजरात में दलित अत्याचार की घटना से भाजपा बेनकाब हो चुकी है. तमिलनाडु में माले नेता वरिय्यपन की हत्या भाजपा के गुंडाें ने की. माले दलित और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करेगी. संवाददाता सम्मेलन में माले के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल भी मौजूद थे.